सैयद जावेद हुसैन – सह संपादक (छत्तीसगढ़):
धमतरी- एनजीटी के आदेशानुसार 10 जून से 15 अक्टूबर के बीच खदानों से रेत नहीं निकालनी है, लेकिन इस आदेश का पालन कोलियारी रेत घाट में नहीं किया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत कोलियारी में रेत माफियाओं और पंचायत प्रतिनिधि की मिलीभगत से बीते महीनेभर से रेत का अवैध उत्खनन ट्रैक्टर के माध्यम से किया जा रहा है, जिसकी मौखिक सूचना प्रतिनिधि द्वारा सहायक खनिज अधिकारी बजरंग पैकरा को कई बार दी गई, लेकिन साहब दिखावा रहे है कहते-कहते पूरा महीना गुजार दिए, लेकिन न उन्होंने जांच करवाने की जहमत उठाई, और न ही कोई कार्यवाही की।
आपको बता दें कि (अस्वीकृत) कोलियारी रेत खदान से सीजन भर अवैध खनन के बाद अब जब सभी रेत खदान संचालकों ने एनजीटी के नियम का पालन करते हुए रेत निकासी बंद कर दीं हैं, तो ऐसे में कोलियारी में दिनदहाड़े ट्रैक्टर के माध्यम से रेत की चोरी करवाई जा रही है, जिसकी जानकारी जिम्मेदारों को होने के बाद भी वे मौन नजर आ रहे हैं, मानों जिम्मेदारों ने इस अवैध उत्खनन को अपनी मौन सहमति दे दी है।
विश्वसनीय सूत्र से पता चला है कि कोलियारी से निकल रही चोरी की रेत में स्थानीय सरपंच समेत 4 लोग पार्टनर हैं, जो प्रति ट्रैक्टर 100 वसूल रहे हैं साथ ही रोजाना 100-200 ट्रैक्टर रेत चोरी करवा रहे हैं। इतना ही नहीं बीते वर्ष उक्त स्थान से रेत की चोरी रोकने पंचायत के पैसों से नदी किनारे पचरी का निर्माण करवाया गया था लेकिन अब उस पचरी को तोड़ कर मुरूम की रोड बनाकर वहीं से रेत भरे ट्रैक्टर निकलने रास्ता बना दिया गया है। विडंबना है कि जनप्रतिनिधियों को अपने इलाकों में विकास कार्य करने के लिए जनता द्वारा चुना जाता है, लेकिन क्या हो जब वो ही जनप्रतिनिधि जनता व शासन के हित के लिए पहले शासन के पैसों से कोई निर्माण करवाये, फिर खुद अपने ही निजी लाभ के लिए उस निर्माण कार्य को तोड़ कर वहीं से अवैध धंधे शुरू कर दे तो जनता फिर किससे उम्मीद करे?
जानकारों के मुताबिक़ जब से जिले के खनिज विभाग में नए अधिकारी ने पदभार ग्रहण किया है तभी से कार्यवाहियों में भारी कमी देखी जा रही है। आपको बता दें कि स्वीकृत खदानों से रेत खनन और परिवहन की अनुमति शासन द्वारा दी जाती है, वहीं बहुत सी जगहों से अवैध रूप से भी रेत की जमकर चोरी की जाती रही है जिसके खिलाफ वर्तमान में अधिकारियों द्वारा महीनों में गाहेबगाहे दो-चार हाईवा पकड़कर या मामूली कार्यवाही कर सुर्खियां बटोरी गईं, जबकि रेत का अवैध धंधा बदस्तूर जारी है। अब देखना होगा कि कोलियारी में चल रही रेत की चोरी पर कार्यवाही की जाती है या फिर ये सिलसिला बदस्तूर जारी रहने वाला है।