Plane Crash : विमान हादसे के बाद लापता थे 4 बच्चे, 40 दिन बाद अमेजन के जंगलों में जिंदा मिले, एक 12 महीने का
बोगोटा : Plane Crash : किसी भी भयानक हादसे में सबसे ज्यादा किसी पर प्रभाव पड़ता है तो वह बच्चे होते हैं. किसी हादसे में बच्चों का बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं होता है.
वह भी हादसे के 40 दिन बाद पता चले कि बच्चे जिंदा हैं. ऐसा ही चमत्कार कोलंबिया में हुआ है. दरअसल 1 मई को 7 यात्रियों के साथ सेसना 206 विमान कोलंबियाई एयरस्पेस में दुर्घटनाग्रस्त होकर अमेजन के जंगलों में गिर गया था. हादसे में पायलट समेत 3 लोगों की मौत हो गई थी. उनके शव बरामद किए गए थे. वहीं चार बच्चे लापता थे.
सूत्रों के अनुसार विमान हादसे के बाद सेना के जवानों ने बच्चों की तलाश में हफ्तों रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. अब चारों बच्चे अमेजन के घने जंगलों में प्लेन क्रैश के 40 दिन बाद जीवित मिले हैं.
कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने बताया कि इन बच्चों को कोलंबिया के काक्वेटा और ग्वावियारे प्रांत के बीच फैले अमेजन के जंगलों में जीवित रेस्क्यू किया गया है. उन्होंने इस बारे में ट्विटर पर जानकारी देते हुए लिखा ‘पूरे देश के लिए खुशी! कोलंबिया के जंगलों में 40 दिन पहले खो गए 4 बच्चे जिंदा मिल गए हैं.’
उनके ट्वीट में कई वयस्कों की एक तस्वीर शामिल है. इनमें कुछ सैन्य वर्दी पहने हुए हैं, जो घने जंगलों के बीच तिरपाल पर बैठे बच्चों की देखभाल करते दिख रहे हैं. ये सैन्य बचाव दल के सदस्य हैं.
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक यह हादसा तब हुआ जब विमान सेसना 206 अमेजोनस प्रांत में अरराकुआरा और ग्वावियारे प्रांत के एक शहर सैन जोस डेल ग्वाविया के रास्ते पर था. विमान के पायलट ने मे-डे की चेतावनी दी थी. माना जा रहा है कि प्लेन के इंजन में खराबी आ गई थी, जिसकी वजह से वह क्रैश हो गया.
चार बच्चों में एक की उम्र 13 साल, एक की 9 और एक की 4 साल. सबसे हैरानी की बात यह है कि बचाया गया एक बच्चा सिर्फ 12 महीने का मासूम है. बच्चों के दादा फिडेंशियो वालेंसिया ने बताया कि ‘हां, बच्चे मिल गए हैं, लेकिन मुझे तुरंत जाने और उन्हें लेने के लिए एक फ्लाइट या हेलीकॉप्टर की जरूरत है.
’ तीन वयस्कों के शव जो उनके साथ थे – उनकी मां, पायलट और एक रिश्तेदार – सभी सेना द्वारा दुर्घटनास्थल पर पाए गए. यह किसी आश्चर्य से कम नहीं है. इतने छोटे बच्चे अमेजन के घने जंगलों में प्लेन क्रैश के बाद 40 दिन तक कैसे सर्वाइव कर गए. यहां वह कहावत सच साबित होती है, जाको राखे साईंया मार सके ना कोय.