ओडिशा में जिस स्टेशन पर हुआ था हादसा, वहां एक खास वजह से अभी नहीं रुकेगी कोई भी ट्रेन…

ओडिशा के बालासोर में बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन जहां कोरोमंडल एक्सप्रेस, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस और लोहे के सामानों से लदी एक मालगाड़ी के बीच जबरदस्त टक्कर हुई, हादसे में कम से कम 288 लोग अपनी जान गंवाई।

हादसे के जख्म अभी भी हरे हैं, 82 शवों की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है। इन शवों को एम्स ओडिशा में रखा गया है। शवों की हालत क्षत-विक्षत है, जिन्हें पहचानना बेहद मुश्किल है।

इसके लिए डीएनए की मदद ली जा रही है। इस बीच रेलवे ने बहनागा रेलवे स्टेशन पर ताजा अपडेट जारी किया है। एक अधिकारी ने कहा कि फिलहाल इस स्टेशन पर कोई भी ट्रेन नहीं रुकेगी। रेलवे ने इसके पीछे की वजह का भी खुलासा किया है।

दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार चौधरी ने कहा कि चूंकि सीबीआई ने लॉग बुक, रिले इंटरलॉकिंग पैनल को जब्त करने के बाद स्टेशन को सील कर दिया है, इसलिए जांच पूरी होने तक कोई भी ट्रेन स्टेशन पर नहीं रुकेगी।

बहनागा बाजार जैसे छोटे स्टेशनों में रिले इंटरलॉकिंग पैनल को उनकी भौगोलिक स्थिति के अनुसार सिग्नल, पॉइंट, ट्रैक सर्किट, क्रैंक हैंडल, एलसी गेट, साइडिंग आदि के लिए प्रबुद्ध संकेत प्रदान किए जाते हैं।

अगली सूचना तक कोई ट्रेन नहीं चलेगी
चौधरी ने कहा, “चूंकि रिले इंटरलॉकिंग पैनल को स्टेशन पर कर्मचारियों के सिग्नलिंग सिस्टम के सबसे महत्वपूर्ण हिस्से तक पहुंचने पर रोक लगाने के लिए सील कर दिया गया है, इसलिए अगली सूचना तक कोई भी यात्री या मालगाड़ी बहानागा बाजार में नहीं रुकेगी।”

इस स्टेशन पर कितनी ट्रेनें गुजरती हैं?
रेलवे के मुताबिक, 170 ट्रेनें दैनिक आधार पर बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन से गुजरती हैं। इसमें भद्रक-बालासोर मेमू, हावड़ा भद्रक बघाजतिन फास्ट पैसेंजर, खड़गपुर खुर्दा रोड फास्ट पैसेंजर सहित केवल 7 यात्री ट्रेनें प्रतिदिन एक मिनट के लिए यहां रुकती हैं।

किसी खास दिन स्टेशन पर आसपास के 25 गांवों के लोग पैसेंजर ट्रेन पकड़ने आते हैं। स्टेशन पर 10 से भी कम रेलकर्मी काम करते हैं।

24 ट्रेनों की आवाजाही रद्द
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि अप लाइन और डाउन लाइन के साथ-साथ दुर्घटनास्थल पर दोनों लूप लाइनों की मरम्मत कर दी गई है।

फिलहाल 24 ट्रेनों की आवाजाही रद्द कर दी गई है, क्योंकि पटरियों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अभी भी मामूली मरम्मत की जा रही है।

रेल हादसे के पीड़ितों को मुआवजा
चौधरी ने कहा कि 1,208 प्रभावित यात्रियों में से 709 मामलों में अनुग्रह राशि और मुआवजा प्रदान किया गया है और शेष प्रक्रियाधीन है।

अब तक 288 मृतकों के परिवारों सहित 829 यात्रियों को अनुग्रह राशि और मुआवजे (मृतकों के परिवारों को 12 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली चोटों वाले लोगों को 50,000 रुपये) के लिए योग्य पाया गया है। 

गौरतलब है कि हादसे के वक्त यशवंतपुर हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस में करीब 2300 यात्री सफर कर रहे थे।

रेलवे अधिकारियों ने कहा कि 160 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं और 372 को मामूली चोटें आई हैं। घटनास्थल या आसपास के अस्पतालों में प्राथमिक उपचार के बाद 379 यात्रियों को घर जाने की इजाजत दे दी गई है।

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