‘CG के खाका खा गए देश का पैसा’ : गिरिराज सिंह का कांग्रेस पर हमला, कहा-धर्मांतरण को छूट दे रखी है,सनातन को खत्म किया जा रहा
जगदलपुर : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह गुरुवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर दौरे पर हैं। वे संभागीय मुख्यालय जगदलपुर पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर तंज कसा है।
उन्होंने कहा कि, यहां के कका नहीं बल्कि खाका हैं, जो भारत के पैसे को खा गए हैं। बस्तर में धर्मांतरण को छूट दे रखे हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि, कांग्रेस छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में सनातन धर्म को खत्म करने का प्रयास कर रही है। लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे।
गिरिराज सिंह ने कहा कि, भारत को समाप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय साजिश चल रही है। बस्तर में धर्मांतरण हो रहे हैं। चर्च बन रहे हैं। भारत के सनातनियों को खत्म कर भारत पर कब्जा करने की योजना बनाई जा रही है।
जिस तरह से मराठाओ ने बाबर और औरंगजेब को कबूल नहीं किया, उसी तरह हम भी यह कबूल नहीं करेंगे। आदिवासी समाज को क्रिश्चन बनाने का काम किया जा रहा है। इससे देश खोखला होगा।
गिरिराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। कहा कि, नरेंद्र मोदी खुद जमीन पर उतरकर काम देखते हैं। ओडिशा में हुए रेल हादसे के पीड़ितों से वे मिलने पहुंचे थे।
अपने मंत्रियों के कामों को वे बारीकी से देखते हैं। नरेंद्र मोदी और BJP के कामों की बदौलत आज आदिवासी समाज के लोग BJP में शामिल हो रहे हैं। क्योंकि, उन्हें हनपर विश्वास है। हम काम करते हैं। भारत की संस्कृति आदिवासियों और सनातनियों के साथ जुड़ी हुई है। इसी से पहचान बनती है।
जनसभा को किया संबोधित
गिरिराज सिंह ने जगदलपुर के टाउन क्लब मैदान में आम सभा को भी संबोधित किया। उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। साथ ही दावा किया कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में छ्त्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनेगी। केंद्रीय मंत्री गुरुवार शाम BJP कार्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक भी लेंगे। उन्हें जीत का मंत्र देंगे।
एक दिन पहले कांकेर दौरे पर थे
दरअसल, 7 जून को गिरिराज सिंह बस्तर के कांकेर पहुंच गए थे। वहां उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था कि, मैं अपने दौरे में अधिकारियों की बैठक के साथ जांच पड़ताल भी करते चल रहा हूं।
इस सरकार के पास अगर भारत सरकार का पैसा न आए, ग्रामीण विकास मंत्रलाय और पंचायती विकास मंत्रालय का पैसा न आए. तो बत्ती गुल हो जाएगी। कर्मचारियों को पैसा देने के लिए नहीं रहेगा। उन्होंने राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे।