सैयद जावेद हुसैन,- सह समपादक (छत्तीसगढ़):
धमतरी- बीती रात नो एंट्री खुलते ही शहर के सिहावा चौक में एक हाइवा ने कार को ठोकर मार दी, जिससे कार का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, घटना की जानकारी पर कोतवाली पुलिस टीम मौके पर पहुंच दोनों गाड़ियों को थाने ले गई, हालांकि कोतवाली थाना प्रभारी प्रणाली वैद्य ने बताया कि थाने में मामला दर्ज नही हुआ।
लेकिन इस दौरान मौके पर शहर के युवाओं की भीड़ जमा हो गई, जो हाइवा चालकों के प्रति काफी नाराज़ थे, युवाओं का कहना था कि नो एंट्री खुलते ही हाइवा चालक काफी तेज गति से शहर के अंदर गाड़ियां दौड़ते हैं, जिससे आये दिन छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती हैं, साथ ही बहुत सी गाड़ियां बिना पीठपास के रेत का परिवहन करती हैं, जिससे शासन को राजस्व की क्षति हो रही है, इसके अलावा जिले से भारी मात्रा में जिन सड़कों से रेत का परिवहन किया जा रहा है, उन सड़कों के प्रति शासन का उदासीन पूर्ण रवैया नाकाबिले बर्दाश्त है।
सड़कों की मरम्मत व निर्माण के लिए प्रशासन व स्थानीय नेताओं ने नजरें फेर रखीं है, जिसका भुगतान शहर के दुपहिया सवार ज्यादातर भुगतते रहते हैं। इन खराब सड़कों के चलते बहुतों ने अपनी जानें गंवा दी हैं, लेकिन प्रशासन की नींद खुलने का नाम ही नही ले रही।
इन सभी मांगों को लेकर आक्रोशित युवाओं ने रात 10:10 मिनट से लेकर लगभग रात 12 बजे तक सिहावा चौक में चक्काजाम कर दिया, जिसका परिणाम ये हुआ कि नेशनल हाईवे के दोनों ओर व नगरी रोड में गाड़ियों की लगभग 5 किलोमीटर लंबी लाइन लग गई, हालांकि चक्काजाम कर रहे युवा सवारी वाहनों, यात्री बसों आदि को मौके से गुजरने दे रहे थे, लेकिन रेत से भरी वाहनों की लंबी लाइन में कई निजी वाहन भी जाम में फंसे रहे।
“इस दौरान प्रतिनिधि द्वारा यातायात प्रभारी सत्यकला रामटेके को चक्काजाम शुरू होने के पहले रात 10:19 बजे कॉल करके जानकारी दी गई, जिस पर उनका कहना था कि हमारी ड्यूटी तो 10 बजे तक रहती है, मैं कोतवाली टीआई को बोलती हूं!” बावजूद इसके लगभग 2 घंटे तक कोई भी पुलिस विभाग का अधिकारी मौके पर पहुंचना जरूरी नहीं समझा, और पुलिस प्रशासन के उदासीन पूर्ण रवैया के चलते लगभग 2 घंटे हाईवे जाम रहा, जब स्थिति काफी गंभीर हो गई, तो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में कोतवाली थाना प्रभारी व यातायात प्रभारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे, और आक्रोशित युवाओं को शांत करवाकर यातायात बहाल करवाया।
जब यातायात प्रभारी को चक्काजाम होने के पहले ही जानकारी दी गई थी, तभी पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच जाते तो लगभग 2 घंटे तक हाइवे जाम न होता।
बहरहाल इस मामले में कोतवाली थाना प्रभारी प्रणाली वैद्य ने बताया कि चक्काजाम की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंच आंदोलित युवाओं से बात कर यातायात बहाल करवाया गया।