मजदूरों व श्रमिकों के बिना विकास कार्य सम्भव नही है :- मंत्री कवासी लखमा
जगदलपुर : श्रमिक अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होकर विभागीय योजनाओं का लेवें लाभ – सांसद दीपक बैज
श्रमिक विकास के शिल्पी है- संसदीय सचि रेखचन्द जैन
मजदूर कार्ड बनाने के वार्ड व पंचायत स्तर पर किया जाएगा शिविर का आयोजन:- अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल
श्रम विभाग द्वारा किया गया श्रमिक सम्मेलन का आयोजन
उद्योग और जिला प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मजदूरों व श्रमिकों के बिना विकास कार्य सम्भव नही है इनके सम्मान में एक मई को अब बोरा बासी तिहार के रूप मनाया जा रहा है।
उन्होंने श्रमिकों से सम्बंधित योजनाओं का जनपद व ग्रामस्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार के साथ-साथ हर विकासखंड में श्रम विभाग का कार्यालय संचालन पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने श्रमिकों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं में राशि की वृद्धि की है सभी श्रमिक इसका लाभ लें। उद्योग मंत्री रविवार को टाउन हॉल में अयोजिय श्रमिक सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में बस्तर सांसद श्री दीपक बैज ने कहा कि श्रम विभाग श्रमिकों के कल्याण के लिए सीधा-सीधा जुड़ा है, विभाग 32 प्रकार की योजना का संचालन करती है। बस्तर क्षेत्र के श्रमिकों के खाते में 4.5 करोड़ राशि जाना एक बड़ी उपलब्धि है। श्रमिक अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो,
अपना पंजीयन करवाये और विभागीय योजनाओं का लाभ लें। रोजगार की तलाश में अन्य राज्य जाकर शोषण का शिकार होने की बजाय शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी का लाभ लें और प्रदेश के विकास में सहभागी बने। इस कार्यक्रम में 60 लाख से अधिक राशि का सामग्री वितरण किया जा रहा है इसके लिए श्रमिक साथियों को बधाई।
संसदीय सचिव रेखचन्द जैन ने कहा कि श्रमिक विकास के शिल्पी है, आपकी मेहनत से विकास को गति मिलती है।श्रम विभाग के माध्यम से श्रमिको के कल्याण,
सुरक्षा सहित श्रमिक परिवार के लिए बच्चों के जन्म से लेकर मृत्यु तक शासन द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजना संचालित की जा रही है।जिसमें महिलाओं के लिए महतारी जतन योजना, बच्चों के लिए छात्रवृत्ति, श्रमिकों के लिए औजार, सुरक्षा हेतु बीमा सहित अन्य योजनाएँ संचालित है।
छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्रम विभाग श्रमिकों को सम्मान और बेहतर अवसर देने के लिए कई योजनाओं का क्रियान्वयन किया है, पूर्व की कई योजनाओं में राशि मे वृद्धि की। जन्म से मृत्यु तक की योजना का लाभ श्रमिकों को दिया जा रहा है।
बस्तर में 28 हजार श्रमिक पंजीकृत है जिन्हें अब तक 4 करोड़ से अधिक राशि का वितरण किया गया है। उन्होंने कहा कि मजदूर कार्ड बनाने के लिए वार्ड व पंचायत स्तर पर शिविर का आयोजन किया जाएगा साथ ही पंजीयन में मोबाइल नंबर की अनिवार्यता को हटाने के सम्बंध में अधिकारी कार्य करें।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष श्रमिक दिवस पर मुख्यमंत्री ने कुछ घोषणाएं की जिसमें से एक घोषणा के तहत श्रमिकों के मेधावी बच्चों को विदेश में पढ़ाई के लिए जल्द ही एक दल को रवाना किया जाएगा।
इस कार्यक्रम को महापौर श्रीमती सफीरा साहू, सभापति श्रीमती कविता साहू, कर्मकार मंडल के सदस्य श्री बलराम मौर्य ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में इवीप्रा के सदस्य रामशंकर राव, वरिष्ठ पार्षद यशवर्धन राव, विक्रम सिंह डांगी, कमलेश पाठक, ओंकार सिंह जशवाल,गौरनाथ नाग, अवधेश झा,शंकर बघेल ,एस नीला, अफजल अलि,किरण गुप्ता मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रकाश सर्वे,श्रम अधिकारी पी के बिजपुरिया समेत बड़ी संख्या में श्रमिक उपस्थित रहे
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री निःशुल्क कार्ड सहायता योजना, मुख्यमंत्री सायकल सहायता योजना, मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना, मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना,मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना,
मिनीमाता नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना और मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के हितग्राहियों को 60 लाख 38 हजार से अधिक की राशि चेक और सामग्री दिया गया। इस अवसर पर गणमान्य पार्षद, वरिष्ठ जनप्रतिनिधिगण,जिला पंचायत के सीईओ श्री प्रकाश सर्वे, श्रम विभाग के अधिकारी पंकज बिचपुरिया,कर्मचारी सहित श्रमिकगण उपस्थित थे।