विधानसभा के बाद लोकसभा से भी अब कांग्रेस के लिए बुरी खबर है। मंगलवार को महाराष्ट्र में पार्टी के एकमात्र सांसद बालू धनोरकर का निधन हो गया है।
वह किडनी में पथरी का इलाज कराने के लिए अस्पताल में भर्ती थे। खास बात है कि एक दिन पहले ही पश्चिम बंगाल में पार्टी के एकमात्र विधायक बैरन विश्वास मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहब थोराट ने धानोरकर को लेकर जानकारी दी, ‘उन्हें बीते हफ्ते नागपुर के अस्पताल में किडनी स्टोन के इलाज के लिए दाखिल कराया गया था।
बाद में उन्हें नई दिल्ली में शिफ्ट किया गया था…।’ पत्नी प्रतिभा धनोरकर वारोरा-भद्रावती विधानसभा सीट से विधायक हैं।
दंपति के दो बेटे भी हैं। उन्होंने सियासी करियर की शुरुआत दिवंगत बालासाहब ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना से की थी। बाद में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर भारतीय जनता पार्टी के हंसराज अहीर को लोकसभा चुनाव हराया था।
बंगाल में टूटा साथ
कांग्रेस के इकलौते विधायक बैरन विश्वास सोमवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। विश्वास मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी से कांग्रेस विधायक हैं।
जो आज तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में चल रही ‘जोनो संजोग यात्रा’ के दौरान विश्वास सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल हुए।
पार्टी ने कहा, ‘हम तहेदिल से उनका (विश्वास का) तृणमूल कांग्रेस परिवार में स्वागत करते हैं।’ तृणमूल ने अपने बयान में कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी की विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण राजनीति के खिलाफ लड़ने के अपने संकल्प को मजबूत करने के लिए आपने सही मंच चुना है।
साथ मिलकर हम जीतेंगे।’ विश्वास तीन महीन पहले विधानसभा उपचुनाव में सागरदिघी से विजयी हुए थे।
कांग्रेस के आरोप
कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को सागरदिघी से पार्टी के विधायक बैरन विश्वास के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने पर सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधा।
अधीर ने कहा कि पार्टी ने विश्वास को टिकट देने का फैसला इसलिए किया था, क्योंकि उन्हें उनकी ईमानदारी पर भरोसा था। उन्होंने यह भी कहा कि बिस्वास के इस्तीफे से पार्टी पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।