पाकिस्तान में धर्मांतरण और हिन्दुओं के साथ अत्याचार का एक और मामला सामने आया है। सिंध प्रांत में 55 साल के अधेड़ ने 9 साल की हिन्दू लड़की का अपहरण कर उससे शादी रचा ली।
आरोपी पर लड़की का जबरन धर्मांतरण करने का भी आरोप है। संगीन प्रकरण सामने आने के बाद भारत में पाकिस्तान के जुल्मों के खिलाफ आवाज उठनी शुरू हो गई है।
विरोध दर्ज कराते हुए दिल्ली में कई लोगों ने पाकिस्तान से अपने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनके अधिकारों की रक्षा करने का आह्वान किया है।
पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान में धर्मांतरण और हिन्दुओं के खिलाफ भयावह अत्याचार की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है। खासकर पाकिस्तान कब्जे वाले पंजाब के सिंध में धर्मांतरण की घटनाओं में काफी तेजी देखी गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, यहां काफी संख्या में हिन्दू रहते हैं। यहां हिंदू लड़कियों और महिलाओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।
ताजा घटनाक्रम के तहत 9 साल की हिन्दू लड़की का अपहरण करके 55 साल के एक शख्स ने पहले उसका जबरन धर्मांतरण कराया फिर शादी रचा ली।
यह पहली घटना नहीं है, सिंध में पिछले साल के अंत में एक 44 वर्षीय हिंदू महिला की हत्या कर दी गई और उसके शरीर को क्षत-विक्षत कर दिया गया था। इन घटनाओं ने अल्पसंख्यकों में व्यापक दहशत फैला दी हबै।
अन्य घटना में अपहरण की कोशिशों का विरोध करने पर पिछले साल सुक्कुर में एक 18 वर्षीय लड़की की हत्या कर दी गई थी।
भारतीय अधिकारियों के अनुसार, पिछले एक साल में पाकिस्तान से अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों और महिलाओं से जबरन धर्मांतरण और शादी के 124 मामले सामने आए हैं। पीड़ितों में कई नाबालिग हैं।