मणिपुर में 3 मई को शुरू हुई हिंसा अभी थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कई जगहों पर कर्फ्यू में ढील दे दी गई थी लेकिन फिर से हिंसक घटनाओं को देखते हुए सेना तैनात कर दी गई।
गृह मंत्री अमित शाह भी तीन दिन के दौरे पर सोमवार शाम मणिपुर पहुंचे हैं। राज्य सरकार ने दावा किया है कि शाह के दौरे से पहले 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो कि राज्य का माहौल बिगाड़ने की साजिश कर रहे थे।
शाह 1 जून तक मणिपुर में रहेंगे।
अमित शाह मंगलवार को मणिपुर कैबिनेट की बैठक में शामिल होंगे। इसके बाद वह हिंसा में घायल लोगों का हाल जानने अस्पताल जाएंगे।
राज्य के हालात सुधारने के लिए सुरक्षा से जुड़ी बैठकें भी करेंगे। अमित शाह हिंसा को रोकने के लिए कई सिविलि सोसाइटी ग्रुप से भी बात करने वाले हैं। इसमें कुकी और मैतेई दोनों ही समुदाय के प्रतिनिधि हिस्सा ले सकते हैं।
रविवार को मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने दावा किया था कि 33 उग्रवादियों को ढेर कर दिया गया है।
राज्य सरकार ने चेतावनी दी थी कि कोई भी व्यक्ति या समूह चाहे वह मणिपुर का हो या फिर राज्य के बाहर का, अगर अफवाह फैलाएगा और हिंसा भड़काने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार सोशल प्लेटफॉर्म की भी निगरानी कर रही है।
रक्षा सूत्रों के मुताबिक आर्मी के वाहन और टुकड़ियां संवेदनशील इलाकों में पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उपद्रवी तत्व कहां छिपे हैं।
सानासाबी और ग्वालताबी में हुई आगजनी और हिंसा की घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों की धरपकड़ जारी है।
सूत्रों ने कहा कि सेना ने 25 उपद्रवियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया। इसमें 12 बोर डबल बैरेल राइफल, तीन सिंगल बैरेल राइफल, एक देसी हतियार और डबल बोरे मजल वेपन बरामद किया गया है।
बता दें कि राज्य में 3 मई को हिंसा शुरू हुई थी। कुकी समुदाय के लोगों ने मैतेई समुदाय के आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया था जो कि बाद में हिंसक हो गया।
इसके बाद राज्य में अर्द्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया। सेना की 140 टुकड़ियों को राज्य में तैनात किया गया है।