तुर्की के मौजूदा राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने देश में दूसरे दौर के राष्ट्रपति चुनाव में रविवार को अपनी जीत का दावा किया।
चुनाव के बाद अपनी पहली टिप्पणी में एर्दोआन ने इंस्ताबुल में अपने घर के बाहर प्रचार बस पर समर्थकों से बातचीत की।
उन्होंने कहा कि मैं आगामी पांच वर्षों के लिए एक बार फिर से इस देश पर शासन करने की जिम्मेदारी सौंपने के वास्ते अपने राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य का शुक्रिया अदा करता हूं।
तिद्वंद्वी का मजाक
एर्दोआन ने अपने प्रतिद्वंद्वी कमाल का मजाक उड़ाते हुए कहा कि बाय बया बया, कमाल। उन्होंने कहा कि आज सिर्फ तुर्की विजेता है।
तुर्की में कई समाचार एजेंसियों द्वारा जारी दूसरे दौर के राष्ट्रपति चुनाव से जुड़े शुरुआती और अनाधिकारिक परिणामों से पता चलता है कि 98 फीसदी मतपत्रों की गिनती हो चुकी है और मौजूदा राष्ट्रपति एर्दोआन कुछ मतों के अंतर से निकटवर्ती प्रतिद्वंद्वी कमाल से आगे हैं।
तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी ‘अनादोलू’ ने दिखाया कि एर्दोआन को 52.1 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि कमाल को 47.9 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं।
समर्थकों में जश्न का माहौल
इस बीच, विपक्ष की करीबी एनएनकेए समाचार एजेंसी ने कहा कि कमाल को 48.1 फीसदी वोट हासिल हुए हैं, जबकि एर्दोआन को 51.9 प्रतिशत वोट मिले हैं।
इस्तांबुल में एर्दोआन के समर्थकों ने अंतिम परिणाम घोषित होने से पहले ही जश्न मनाना शुरू कर दिया है। वे तुर्किये या सत्तारूढ़ दल के झंडे लहरा रहे हैं और कारों के हॉर्न बजा रहे हैं।
समाचार एजेंसियां अपने कर्मियों के जरिए आंकड़े जुटा रही हैं। तुर्की का चुनावी बोर्ड मतगणना के दौरान राजनीतिक दलों को अपना डेटा भेजता है लेकिन कुछ दिनों बाद तक आधिकारिक परिणाम घोषित नहीं करता है।
देश के बाहर भी असर
चुनाव परिणाम का असर अंकारा से बाहर भी दिखेगा, क्योंकि तुर्की यूरोप और एशिया के बीच स्थित है और यह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का सदस्य है।
इस बार के चुनावी नतीजे तय करेंगे कि लंबे समय से देश की सत्ता पर काबिज राष्ट्रपति एर्दोआन का निरंकुश शासन जारी रहेगा या फिर अधिक लोकतांत्रिक समाज बहाल करने का वादा करने वाले उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी कमाल सत्ता पर काबिज होंगे।
देश में 14 मई को हुए पहले दौर के चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को सरकार गठन के लिए जरूरी बहुमत नहीं मिल पाया था।
दूसरे दौर के चुनाव के लिए मतदान रविवार सुबह आठ बजे शुरू हुआ। तुर्की में एग्जिट पोल नहीं होते, लेकिन शाम पांच बजे मतदान संपन्न होने के कुछ ही घंटों के अंदर शुरुआती नतीजे सामने आने की उम्मीद की जा रही थी।