परिवर्तन की बयार सरगुजा से शुरू हुई – मुख्यमंत्री बघेल
जगदलपुर। 25 मई झीरम शहीद दिवस पर गुरूवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात की और मुख्यमंत्री एवं जनप्रतिनिधियों ने शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने झीरम श्रद्धांजलि दिवस के अवसर पर प्रदेश को पुनः शांति का टापू बनाने शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को शाल और श्रीफल भेंट कर उनका सम्मान किया।
इस अवसर पर उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि झीरम घाटी की घटना को घटित हुए आज दस बरस हो गये। हर साल हम लोग झीरम के शहीदों को नमन करते है। जब भी 25 मई का दिन आता है हम सब का दिल भर जाता है। जो बच गए उन्होंने घटना को अपनी आंखों से देखा। वे बताते थे कि घटना कितनी भयावह थी।
श्री बघेल ने कहा कि इस घटना में शहीद हुए नेताओं ने परिवर्तन की बात कही थी। जिसका शुभारंभ सरगुजा से हुआ था । हमारे नेता कहते थे कि किसानों, आदिवासियों, युवाओं और महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाना है। परिवर्तन का संकल्प लेने वाले हमारे सभी बड़े नेता हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने झीरम में अपनी शहादत दी है।