अमेरिका के फीनिक्स में हाई स्कूल के एक छात्र को शुक्रवार को स्कूल बैग में कथित तौर पर एआर-15 सेमी-ऑटोमैटिक राइफल और लंच बॉक्स में बुलेट्स लाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
CNN के मुताबिक, फीनिक्स के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्कूल से सूचना पाने पर दोपहर 1 बजे से ठीक पहले मैरीवेल के बोस्सोम हाई स्कूल में आरोपी छात्र को राइफल के साथ हिरासत में लिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि उन्हें छात्र के बैग और लंच बॉक्स में गोला-बारूद भी मिले हैं।
USA Today की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि स्कूल के प्रिंसिपल ने एक बयान में कहा है कि स्कूल कैंपस में लंच टाइम में पुलिस ने हथियार बरामद किए हैं। इस घटना के बाद ऐहतियातन स्कूल को बंद कर दिया गया।
स्कूल प्रिंसिपल मिशेल गुटिरेज़ डी जिमेनेज ने कहा कि और अधिक सावधानी और सतर्कता वाली सुरक्षा उपायों के साथ सोमवार से स्कूल खुलेंगे।
छात्र पर आर्म्स एक्ट और गुंडा एक्ट:
फीनिक्स पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि 15 वर्षीय छात्र, जिसकी पहचान इसलिए सार्वजनिक नहीं की गई क्योंकि वह नाबालिग है, शनिवार तक पुलिस हिरासत में रहा।
उस पर पिनाल काउंटी अटार्नी के कार्यालय ने आग्नेयास्त्र रखने और एक शैक्षिक संस्थान में व्यवधान पैदा करने समेत गुंडागर्दी का आरोप लगाया है। पुलिस ने कहा कि वे घटना की जांच के लिए स्कूल और जिले के अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं।
AK-47 और AR-15 में क्या अंतर
AR-15 राइफलें हल्की होती हैं,जबकि AK-47 की तुलना में सटीक निशाना लगाने में उसकी सफलता दर ऊंची होती है। हालांकि, AK-47 AR-15 की तुलना में काफी सस्ती और अधिक भरोसेमंद होती है।
दोनों का व्यापक रूप से सेना और पुलिस द्वारा उपयोग किया जाता है। इसके अलावा इन राइफलों का इस्तेमाल आत्मरक्षा के सामान्य प्रयोजन और शिकार के लिए भी होता है।
AK-47 राइफल 1940 के दशक में सोवियत संघ में मिखाइल कलाश्निकोव द्वारा डिज़ाइन की गई एक असॉल्ट राइफल है, जबकि AR-15 राइफल 1950 के दशक में यू.एस. में यूजीन स्टोनर द्वारा डिज़ाइन की गई एक असॉल्ट राइफल है।