प्रवीण नंगिया – ज्योतिष सलाहकार:
ग्रहों के राशि परिवर्तन और नक्षत्र परिवर्तन का ज्योतिष शास्त्र में विशेष महत्व होता है। मई माह में सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश हो रहा है।
इस नक्षत्र में सूर्य देव (Surya Dev) के प्रवेश होने पर ही नौतपा लग जाता है। नौतपा के दिनों में माना जाता है कि भीषण गर्मी पड़ती है।
नौतपा की शुरूआत ज्येष्ठ माह में तब होती है जब सूर्य चंद्रमा के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर जाते हैं। नौतपा धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।
कब लगेगा नौतपा
आने वाली 25 मई, गुरुवार से नौतपा की शुरूआत हो रही है और इसका अंत 8 मई से होगा। नौतपा के दिनों में सूर्य रोहिणी नक्षत्र (Rohini Nakshatra) में ही विराजमान रहेंगे।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण रोहिणी नक्षत्र के स्वामी होते हैं और शीतलता के कारक ग्रह कहे जाते हैं। रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश से वातावरण अत्यधिक प्रभावित होता है जिस चलते तापमान में वृद्धि होती है और सूर्य की किरणें सीधा धरती पर पड़ती है।
इस दौरान गर्मी अपने चरम पर होती है। मैदानी इलाकों में गर्माहट अत्यधिक होती है और इस दौरान तटीय क्षेत्रों में बारिश की संभावना बढ़ जाती है।
नौतपा में सूर्य देव की पूजा
नौतपा के दौरान भयंकर गर्मी से बचने के लिए भक्त सूर्य देव की उपासना करते हैं। इस समय में सूर्य देव की पूजा करने पर उनकी कृपा भक्तों को मिलती है।
रोज सुबह सूर्यास्त के समय सूर्य देव को अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही, चंद्र देव (Chandra Dev) की पूजा, आराधना और उन्हें अर्घ्य देना लाभकारी होता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। वार्ता24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)