भारत से बेइज्जती कराकर आए भुट्टो, ब्रिटेन में क्या कर रहे शरीफ; जयशंकर पर भी भड़के इमरान…

पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान ने शनिवार को देश के मौजूदा “संकट” के बीच विदेश यात्राओं को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी पर जमकर निशाना साधा।

इमरान खान ने यहां तक कह दिया कि उनके देश को खाने के लाले पड़े हैं लेकिन नेता विदेशों में घूमने जा रहे हैं। 

बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ वर्तमान में किंग चार्ल्स III के राज्याभिषेक के लिए ब्रिटेन गए हैं, जबकि विदेश मंत्री बिलावल ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की परिषद में भाग लेने के लिए गुरुवार को भारत का दौरा किया था।

सुप्रीम कोर्ट, संविधान और पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल के साथ समर्थन और एकजुटता दिखाने के लिए लाहौर में आयोजित एक रैली को अपने वाहन के अंदर से संबोधित करते हुए इमरान ने दोनों पर निशाना साधा।

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, “दुनिया में पाकिस्तान की बेइज्जती हो रही है। बिलावल जब भारत गया तो भारत के विदेश मंत्री का व्यवहार कैसा था..  यह हम सब के लिए शर्म की बात है। हम आपसे सवाल पूछते हैं बिलावल। आप पूरी दुनिया घूम रहे हैं। लेकिन पहले यह बताइए कि जाने से पहले आप किसी से पूछते भी हैं कि आप देश का जो पैसा घूमने में खर्च कर रहे हैं इससे क्या फायदा होगा या नुकसान?”

“भारत यात्रा का क्या फायदा”

इमरान ने सवाल किया कि भारतीय विदेश मंत्री ने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया उससे भारत यात्रा का क्या फायदा हुआ।

बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एससीओ बैठक में कहा था कि सीमा पार आतंकवाद सहित सभी रूपों में आतंकवाद को रोका जाना चाहिए। बिलावल की मौजूदगी में की गई विदेश मंत्री की टिप्पणी सीधे तौर पर पाकिस्तान के लिए थी। 

जयशंकर ने कहा, ‘‘आतंकवाद की अनदेखी करना समूह के सुरक्षा हितों के लिए नुकसानदेह होगा। हमारा दृढ़ विश्वास है कि आतंकवाद को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता।

सीमा पार आतंकवाद समेत इसके सभी स्वरूपों का खात्मा किया जाना चाहिए।’’ बाद में, बिलावल भुट्टो को उनकी कश्मीर को लेकर टिप्पणी का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर में आतंकवादियों का समर्थन किया है। 

इमरान ने जयशंकर पर भी निकाली भड़ास

पहले भुट्टो की भारत यात्रा का विरोध करने वाले इमरान खान बाद में विदेश मंत्री जयशंकर पर ही भड़ास निकालने लगे। जयशंकर की खरी-खरी इमरान को पसंद नहीं आई।

इमरान ने कहा, “क्या आपकी कोई संस्कृति या शिष्टाचार नहीं है कि कोई अतिथि आपके देश में आए तो उसके साथ कैसा बर्ताव करें? या तो उन्हें आमंत्रित न करें, आमंत्रित करने और फिर उन्हें इस तरह अपमानित करना भारत के [खराब] रवैये को दर्शाता है।

तुम्हारा यह अहंकार मैं देख रहा हूँ, याद रखो कि यह ईश्वर का नियम है कि शक्तिशाली हमेशा ऐसा नहीं रहता और कमजोर भी हमेशा ऐसा नहीं रहता।”

भुट्टो के बाद इमरान ने प्रधानमंत्री शरीफ पर निशाना साधा और पूछा कि वह ब्रिटेन में क्या कर रहे हैं। इमरान ने कहा, “क्या आपके पास इसके लिए समय है? क्या आप नहीं जानते कि दो दिन पहले पाराचिनार में छह जवान शहीद हुए थे और सात शिक्षकों को गोली मारी गई थी? महंगाई ऐतिहासिक [स्तर] पर है। आप ऐसी परिस्थितियों में देश छोड़कर वहां (यूके) कैसे जा सकते हैं?”

शहबाज शरीफ ने लताड़ा

इससे पहले शहबाज ने इमरान खान की इस बात को लेकल निंदा की थी कि कैसे पीटीआई ने एससीओ बैठक में पाकिस्तान की भागीदारी को विवादास्पद बनाने की कोशिश की।

उन्होंने लिखा, “यह बेहद परेशान करने वाला है कि कैसे पीटीआई ने भारत में एससीओ की बैठक में पाकिस्तान की भागीदारी पर विवाद पैदा करने की कोशिश की।

हालांकि यह आश्चर्य की बात नहीं होनी चाहिए क्योंकि इमरान नियाजी को अतीत में भी देश की महत्वपूर्ण विदेश नीति के हितों को खतरे में डालने का कोई मलाल नहीं था। जब वे सत्ता में थे तब उन्होंने यही किया था।

पीटीआई के लिए, अंतरराज्यीय संबंधों के संचालन सहित सब कुछ एक खेल है।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsaap