दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले को लेकर शुरू हुआ विवाद अभी थमता नजर नहीं आ रहा है।
भाजपा नेता बीते सोमवार से ही केजरीवाल के सिविल लाइंस के फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले के सामने अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हैं।
भाजपा का दावा है कि दावा केजरीवाल ने अपने सरकारी आवास के रेनोवेशन पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसमें करोड़ों के कालीन, पर्दों और मार्बल से लेकर टीवी तक लगाए गए हैं। भाजपा ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह अपने बंगले के दरवाजे आम जनता के लिए खोले ताकि लोग उनकी ‘शाही जिदंगी’ को देख सकें, भले ही इसके लिए टिकट लगा दिया जाए।
दिल्ली भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से केजरीवाल के कथित आलीशान बंगले की कुछ फोटो जारी किए हैं। इन तस्वीरों में बंगले के अंदर और बाहर आधुनिक सुख-सुविधाओं की झलक साफ देखी जा सकती है।
दिल्ली भाजपा ने फोटो ट्वीट कर कैप्शन में लिखा है, ”केजरीवाल के ‘राजमहल’ की तस्वीर… खुद को आम आदमी बताने वाले ने गरीबों का पैसा भोग विलास में उड़ाया ऐशो आराम के लिए बिना टेंडर 45 करोड़ में राजमहल बनवाया।”
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बीते मंगलवार दावा किया था कि अपने सरकारी आवास के सौंदर्यीकरण पर 45 करोड़ रुपये खर्च करने के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल जाना होगा।
बिधूड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास के सौंदर्यीकरण पर 15 लाख रुपये तक खर्च करने के हकदार थे, लेकिन इसके बदले उन्होंने 45 करोड़ रुपये खर्च कर डाला।
उन्होंने कहा कि जब तक केजरीवाल तिहाड़ जेल नहीं पहुंच जाते, तब तक भाजपा के कार्यकर्ता चैन से नहीं बैठेंगे।
पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर केजरीवाल के बंगले की फोटो शेयर की हैं। उन्होंने कैप्शन में लिखा है, ”बंगला ना लेने की कसम खाने वाले अरविंद केजरीवाल के 1130 वर्ग मीटर में फैले “शीश महल” की तस्वीरें देखिए यह आलीशान और भव्य महल अरविंद केजरीवाल ने तब सजवाया था, जब जनता को कोविड में ऑक्सीजन नहीं मिल रहा था, बेड नहीं मिल रहे थे।”
प्रवेश वर्मा ने कहा, ”जब अंग्रेजों की हुकूमत थी तब वे लोग भारत की आम जनता की खून-पसीने की कमाई से अपने लिए आलीशान महल बनवाते थे। दिल्ली के मालिक अरविंद केजरीवाल जी ने वो रिवाज आज भी जिंदा रखा है।”
रेनोवेशन के खर्च में हुए ‘घोटाले’ का आरोप लगाते हुए भाजपा ने केजरीवाल के इस्तीफे की भी मांग की है। हालांकि, ‘आप’ नेताओं का कहा है कि भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार जनता से जुड़े मुद्दों से देश का ध्यान हटाने के लिए केजरीवाल पर निजी हमले कर रही है।
‘मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन कर हुआ केजरीवाल के बंगले का रेनोवेशन’
केंद्रीय मंत्री और नई दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने बुधवार को आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास का सौंदर्यीकरण मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन करते हुए किया गया और इसके लिए कई पेड़ काट दिए गए।
भाजपा के अनिश्चितकालीन धरने में शामिल होने वालीं लेखी ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के आवास का 45 करोड़ रुपये की लागत से कराए गए सौंदर्यीकरण कार्य में ‘घोटाला’ हुआ है। मंत्री ने कहा कि 500 गज का एक नया बंगला लगभग 4-5 करोड़ रुपये में बनाया जा सकता है, जबकि केजरीवाल ने अपने आवास के सौंदर्यीकरण पर तब 45 करोड़ रुपये खर्च किए और वह भी उस समय जब कोविड महामारी फैली हुई थी।
विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री ने कहा, ”वही केजरीवाल जो सत्ता में आने से पहले कहा करते थे कि वह सरकारी बंगला और गाड़ी नहीं लेंगे, उन्होंने अब मुख्यमंत्री के रूप में अपने लिए 7 स्टार सुविधाओं की व्यवस्था की है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मामला उजागर न हो इसलिए से कोई टेंडर भी नहीं मंगाए गए थे। लेखी ने आरोप लगाया, ”यह कार्य 45 करोड़ की एक निविदा के रूप में नहीं किया गया, बल्कि इसे पांच भागों में विभाजित किया गया था ताकि पीडब्ल्यूडी सचिव की मंजूरी को दरकिनार किया जा सके। दिल्ली मास्टर प्लान-2021 का उल्लंघन कर मुख्यमंत्री आवास का सौंदर्यीकरण किया गया।”
लेखी ने कहा, ”यह लुटियंस दिल्ली जैसा इलाका है और आप बिना अनुमति के किसी ढांचे में एक ईंट भी नहीं जोड़ सकते। सौंदर्यीकरण मास्टर प्लान 2021 का उल्लंघन करते हुए किया गया था।
दिल्ली शहरी कला आयोग से भी कोई अनुमति नहीं ली गई थी।” लेखी ने यह भी आरोप लगाया कि सौंदर्यीकरण कार्य के लिए हटाए गए पेड़ों के स्थान पर नए पेड़ नहीं लगाए गए और कई पुराने वृक्ष जो स्थानांतरित किए गए थे वे बचे नहीं। लेखी ने कहा, ”उच्च अधिकारियों की अनुमति से बचने और मामला उजागर ना हो, एक समय में 10 से कम पेड़ों को हटाया गया था। हटाए गए पेड़ों के लिए 260 पेड़ लगाया जाना तय किया गया। उन्हें मेटकाफ हाउस के पास 260 पेड़ लगाने थे, लेकिन केवल 83 पौधे रोपे गए और 167 लगाए जाने बाकी हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि गलत तरीके से पेड़ों को हटाने के कारण सैंकड़ों साल पुराने बरगद के 11 बड़े वृक्ष नष्ट हो गए और केवल एक बच पाया।”
भाजपा ने ‘आप’ के मुखिया एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नैतिक रूप से दोगला चरित्र एवं कानून तोड़ कर भ्रष्टाचार करने वाला करार दिया है और कहा है कि उनके ‘शीशमहल’ पर बुलडोजर चलने का वक्त आ गया है।
भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों पर पुलिस की कथित कार्रवाई के विरोध में दिल्ली भाजपा के कार्यकर्ताओं के धरने को हटाने संबंधी केजरीवाल की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कहा, ”जिनका खुद का मकान ढहाने का वक्त आ गया है, वो भाजपा को क्या हटाएंगे।”
भाजपा नेता ने कहा कि जब बात भ्रष्टाचार और उनके शीशमहल पर खर्च 45 करोड़ रुपये का हिसाब पूछा जाता है तो वह इधर-उधर की बात करने लगते हैं। सीधे सीधे सवालों के जवाब नहीं देते हैं। 45 करोड़ रुपये के मामले को टुकड़ों में बांट कर उच्चस्तरीय अनुमति के प्रावधानों से बचना क्या घोटाला नहीं है। अब भाजपा कार्यकर्ताओं को धरने से हटाने का नहीं बल्कि केजरीवाल के शीशमहल पर बुलडोजर चलने का वक्त आ गया है।
बंगले पर विवाद के बीच आम आदमी पार्टी (आप) ने दावा किया कि भाजपा का विरोध पूरी तरह विफल हो गया है और यहां तक कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी इसमें भाग नहीं लिया। वहीं, विपक्षी दल भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार के मंत्री ‘झूठ’ फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
‘आप’ के प्रवक्ता एवं मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर कहा था कि भाजपा का धरना बेअसर साबित हुआ है। उन्होंने ट्वीट किया, ”भाजपा का धरना ‘फ्लॉप’ हो गया। दिल्ली की जनता तो दूर, भाजपा के कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री के खिलाफ षड्यंत्र में शामिल नहीं होना चाहते। जनता कह रही है कि ये मुख्यमंत्री आवास कोई अरविंद केजरीवाल की निजी संपत्ति नहीं है, जो मुख्यमंत्री बनेगा वहीं रहेगा। केजरीवाल जी जनता के लिए काम करते हैं।”