रूस के क्रेमलिन में राष्ट्रपति पुतिन के आवास पर हुए ड्रोन के हमले के पीछे रूस ने अमेरिका का हाथ बताया है।
रूस ने कहा कि अमेरिका के इस हमले का उद्देश्य राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मारना था। पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने सबूत उपलब्ध कराए बिना कहा कि यूक्रेन ने बुधवार की तड़के क्रेमलिन पर कथित ड्रोन हमला, अमेरिका के कहने पर किया था।
हालांकि, यूक्रेन ने इस तरह की किसी साजिश और कार्रवाई से इनकार किया है। उधर क्रेमिनल हमले के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराते हुए रूसी सेना ने बदले में राजधानी कीव सहित यूक्रेनी शहरों में कई लड़ाकू ड्रोन दागे।
रूस ने दावा किया है कि उसने बुधवार तड़के क्रेमलिन पर यूक्रेन द्वारा किए गए ड्रोन के हमले को नाकाम कर दिया। साथ ही, उसने इसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या का एक असफल प्रयास बताते हुए आतंकवादी कृत्य करार दिया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इसका खंडन करते हुए कहा, “हमने पुतिन या रूस पर हमला नहीं किया।”
रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सरकारी समाचार एजेंसी ‘आरआईए नोवोस्ती’ को बताया कि पुतिन उस समय क्रेमलिन में नहीं थे तथा मॉस्को के बाहर अपने नोवो-ओगारयोवो निवास पर थे।
कथित हमले का कोई स्वतंत्र सत्यापन नहीं किया गया है, वहीं रूस के अधिकारियों ने दावा किया कि रातभर यह घटना घटी, लेकिन इसका सत्यापन करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं किया।
इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्रेमलिन को इस घटना की सूचना देने में इतनी देर क्यों लग गई और इसके वीडियो बाद में क्यों सामने आए।
मॉस्को के एक स्थानीय समाचार टेलीग्राम चैनल पर रात में साझा किए गए एक वीडियो में दिखाया गया है कि क्रेमलिन के पास नदी के उस पार से गोलीबारी की गई तथा इमारतों के ऊपर से धुंआ उठता दिखाई दे रहा है।
घटना की सत्यता का पता लगाना संभव नहीं है। वीडियो के साथ दिए गए विवरण के अनुसार, पास के अपार्टमेंट की एक इमारत के निवासियों ने देर रात 2.30 बजे के आसपास धमाकों की आवाज और धुएं को देखने की सूचना दी।