रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दो सहयोगियों के एक ही दिन में मृत पाए जाने से हड़कंप मच गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों सत्तारूढ़ यूनाइटेड रशिया पार्टी से जुड़े थे और स्टेट ड्यूमा के प्रतिनिधि के तौर पर कार्यरत थे। एक की पहचान 77 वर्षीय निकोले बोर्त्सोव के तौर पर हुई जिन्होंने 2003 से ड्यूमा के डिप्टी के रूप में काम किया।
वहीं, दूसरे 57 वर्षीय जशारबेक उज्देनोव हैं। उज्देनोव की मृत्यु एक गंभीर और लंबी बीमारी के बाद हुई। बोर्त्सोव का निधन लिपेत्स्क क्षेत्र में स्थित उनके घर पर हुआ, जिनकी मृत्यु का कोई कारण नहीं बताया गया है।
फरवरी, 2022 में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण किया। इसके बाद से संदेहात्मक परिस्थितियों में कई लोगों की मौत हो चुकी है।
युद्ध शुरू होने के बाद से पुतिन से जुड़े कुछ हाई-प्रोफाइल लोगों सहित 20 रूसी रहस्यमय परिस्थितियों में मारे गए हैं। इसे लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
मालूम हो कि यूक्रेन आक्रमण को लेकर अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से बोर्त्सोव के काम पर काफी असर पड़ा था।
रिपोर्ट में दावा किया गया कि वह 550 मिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ रूस के सबसे धनी सरकारी कर्मचारियों में से एक थे। इतना ही नहीं, 2021 उन्हें में फोर्ब्स की ओर से रूस के 100 सबसे अमीर संघीय श्रमिकों की रैंकिंग में शामिल किया गया था।
हाल ही में मृत मिल उज्देनोव और बोर्त्सोव कौन थे?
2019 में लीक हुए आंकड़ों के अनुसार, करोड़पति सांसद बोर्त्सोव ने गुप्त रूप से ब्रिटेन में रहने का अधिकार भी हासिल कर लिया था।
हालांकि, उन्होंने ब्रिटिश नागरिकता रखने से हमेशा इनकार किया और इस दावे को झूठा करार दिया। वहीं, जशारबेक उज्देनोव पारिस्थितिकी, प्राकृतिक संसाधनों और पर्यावरण संरक्षण पर रूस की हाउस कमेटी के सदस्य थे।
बोर्त्सोव की तरह, वे भी युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका और न्यूजीलैंड के प्रतिबंधों से प्रभावित हुए। संयुक्त रूस गुट के प्रमुख व्लादिमीर वासिलीव ने उनकी मृत्यु पर शोक जाहिर किया। उन्होंने कहा, ‘मौत ने हमारे एक और कॉमरेड को छीन लिया।
उन्होंने बीमारी से लंबे समय तक संघर्ष किया, लेकिन दुर्भाग्य से हार गए। हम उन्हें बहुत याद करेंगे।’
पुतिन की आलोचना करने वाले संगीतकार की मौत
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अपने गाने के जरिए आलोचना करने वाले रूसी संगीतकार की पिछले महीने मौत हो गई थी। बताया गया कि नदी पार करते समय बर्फ से गिरने से उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस कलाकार ने अक्सर अपने गीतों में पुतिन की नीतियों पर सवाल खड़े किए। उनके संगीत को रूस में युद्ध-विरोधी प्रदर्शनों के दौरान गान के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा।
अगर रूस-यूक्रेन युद्ध की बात करें तो यूक्रेनी सरकार ने सैन्य क्षमताओं को बढ़ावा देने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
‘ब्रेव1’ नामक पहल के तहत सरकार रक्षा मुद्दों पर काम कर रहे सरकारी, सैन्य व निजी क्षेत्र के दिग्गजों को प्रौद्योगिकी मंच पर लाने की कोशिश में है, जिससे यूक्रेन को युद्धक्षेत्र में फायदा मिले सकता है।