पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी अगले महीने भारत दौरे पर आ सकते हैं। वह शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की गोवा में होने वाली मीटिंग में हिस्सा लेने आएंगे। यह मीटिंग 4 और 5 मई को होने वाली है।
बिलावल भुट्टो जरदारी बीते 12 सालों में भारत का दौरा करने वाले पाकिस्तान के पहले विदेश मंत्री होंगे। आखिरी बार 2011 में पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भारत का दौरा किया था।
लेकिन पठानकोट हमले, उड़ी अटैक और फिर पुलवामा हमले जैसी घटनाओं के चलते दोनों देशों के रिश्ते निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
बीते कई सालों से दोनों देशों की लीडरशिप के बीच संवाद नहीं रहा है।
ऐसे में पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी का भारत दौरा अहम है। पाक विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज बलोच ने गुरुवार को भु्ट्टो के गोवा आने की जानकारी दी।
आखिर बार हिना रब्बानी खार ने 2011 में पाक विदेश मंत्री के तौर पर भारत का दौरा किया था। पाक प्रवक्ता ने कहा कि हमारे विदेश मंत्री का दौरा यह बताने के लिए है कि पाकिस्तान कैसे एससीओ के लिए प्रतिबद्ध है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान को एससीओ समिट में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद स्थित उच्चायोग के जरिए न्योता भेजा है।
बता दें कि पाकिस्तान की ओर से कई बार भारत के साथ रिश्ते सामान्य करने की अपील की गई है। उसकी ओर से बातचीत का प्रस्ताव भी दिया गया है, लेकिन भारत ने उसे आतंकवाद के मसले पर दोटूक कहा है कि जब तक सीमापार आतंकवाद नहीं थमता बातचीत नहीं हो सकेगी।
इसके अलावा पाकिस्तान की ओर से कश्मीर का मसला बार-बार वैश्विक मंच पर उठाने पर भी भारत ने सख्त आपत्ति जताई है।