मुख्यमंत्री बघेल ने पंडरी ऑक्सीजोन में शहीद नंदकुमार पटेल की आदमकद प्रतिमा का किया अनावरण।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज शाम विधानसभा रायपुर उत्तर में भेंट-मुलाकात अभियान के अवसर पर पंडरी ऑक्सीजोन में स्थापित शहीद नंदकुमार पटेल की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया।
उन्होंने इस अवसर पर शहीद नंदकुमार पटेल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा स्थापित पंच धातु से निर्मित इस प्रतिमा का वजन 400 किलोग्राम तथा ऊंचाई 9 फीट है। इस प्रतिमा स्थल के सौंदर्यीकरण हेतु आकर्षक रोशनी व्यवस्था के अलावा मिनी उद्यान भी तैयार किया गया है।
बैठक व्यवस्था के साथ ही रेड सैण्ड स्टोन से इस स्थल को खूबसूरती दी गई है। इस कार्य की कुल लागत 80 लाख रूपए है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर शहर के पंडरी स्थित ऑक्सीजोन के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने पूर्व मंत्री तथा विधायक शहीद नंद कुमार पटेल की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया।
अनावरण के अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीद नंद कुमार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें नमन किया। उल्लेखनीय है कि रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा यह प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसकी ऊंचाई 9 फ़ीट है।
मुख्यमंत्री बघेल ने प्रतिमा अनावरण उपरांत आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शहीद नंदकुमार पटेल की स्मृति को चिरस्थाई बनाने के लिए शहीद नंदकुमार विश्वविद्यालय का निर्माण किया है।
उन्होंने कहा कि शहीद नंदकुमार पटेल किसान, मजदूर, आदिवासी, महिला, युवाओं के अधिकारों के लिए सदैव मुखर रहे। वे सहज, सरल और कर्मठ स्वभाव के थे और छत्तीसगढ़ के विकास के लिए सदैव तत्पर रहे।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि शहीद नंदकुमार पटेल जी ने जिस समृद्ध छत्तीसगढ़ की संकल्पना की थी, आज छत्तीसगढ़ उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। सभी वर्गो के उत्थान तथा कल्याण के लिए हमारी सरकार किए जा रहे कार्यों से सकारात्मक परिवर्तन आया है और यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
गौरतलब है कि बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी, मिलनसार व सामाजिक, राजनैतिक परिदृश्य में सदैव अपनी आभा बिखेरने वाले छत्तीसगढ़ के सपूत शहीद नंदकुमार पटेल जी का जन्म 08 नवंबर 1953 को रायगढ़ के ग्राम नंदेली में हुआ।
मूलतः कृषक परिवार से ताल्लुक रखने वाले पटेल के मन कर्म एवं वचन से ठेठ छत्तीसगढ़िया संस्कारों की झलक साफ दिखाई देती थी।
गांव को खुशहाली, तरक्की व संसाधनों से जोड़ने उनके सद्प्रयासों की झलक न केवल उनके गांव नंदेली, बल्कि हर उस अंचल में दिखाई देती है, जहां पटेल अपने आत्मीय व्यवहार कुशलता से लोगों के बीच पहुंचते रहे। गांव के सरपंच से केबिनेट मंत्री और अन्य सभी उच्च आसीन पदों को सुशोभित करते हुए उन्होंने अपनी ईमानदारी, परिश्रम व सहजता से हमेशा पद का मान बढ़ाया।
पटेल खरसिया विधानसभा से पांच बार विधायक निर्वाचित हुए। अविभाजित मध्यप्रदेश के मंत्रीमंडल में आप सम्मानित सदस्य रहें एवं छत्तीसगढ़ गठन के उपरांत राज्य के प्रथम गृह मंत्री होने का गौरव उनको प्राप्त है।
समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान का परम लक्ष्य लेकर पटेल सदैव राजनैतिक व सामाजिक रूप से अत्यधिक प्रतिष्ठित रहें। 25 मई 2013 को झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले में पटेल शहीद हुए।
इस अवसर पर कृषि मंत्री और रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री रविन्द्र चौबे, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, विधायक श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा, रायपुर महापौर श्री एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे सहित वरिष्ठजन एवं नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।