कुख्तात माफिया किंग अतीक अहमद का चैप्टर क्लोज हो चुका है।
कल रात प्रयागराज में मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान तीन युवकों ने अतीक और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी।
इससे पहले रोज अतीक के बेटे असद का पुलिस ने एनकाउंटर किया था। इस तरह न सिर्फ अतीक बल्कि उसका काला साम्राज्य भी खत्म हो चुका है।
अतीक की हत्या पर एक तरफ योगी सरकार में मंत्री ने इसे आसमानी फैसला बताया। विपक्ष की तरफ से ओवैसी, अखिलेश और मायावती ने सवाल उठाए। अतीक की हत्या की गूंज पाकिस्तान में भी गूंजी है। यहां के नेता भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं।
17 साल की उम्र से अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला अतीक अहमद मिट्टी में मिल चुका है। उमेश पाल हत्याकांड के महज 50 दिन के भीतर अतीक का खौफ भी उसके साथ दुनिया से रुखसत कर गया। अतीक अहमद की हत्या को लेकर पाकिस्तान में घमासान मच गया है।
पाकिस्तान इस वक्त महंगाई के आगे बेबस है। आवाम में हाहाकार मचा है। आटा और चावल के लिए लोग सड़क पर एक-दूसरे से छीना-झपटी करते दिख रहे हैं। लेकिन,नेताओं को अपने मुल्क के बजाय भारत में क्या हो रहा है, इसमें ज्यादा दिलचस्पी है।
इमरान खान सरकार के वक्त पाक सरकार में रसूख रखने वाले नेता डॉ. शहबाज गिल ने भारत के खिलाफ जहर उगला है।
इन्होंने ट्वीट करते हुए एक वीडियो शेयर किया। लिखा, “भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मनाक दिन। पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में कैमरों के सामने हत्या कर दी गई। पूर्व नियोजित हत्या। अल्पसंख्यक खासकर मुसलमान रोजाना मौत के हमलों का सामना कर रहे हैं। अतीक ने पहले ही बता दिया था कि वह यूपी में मरेगा।”