बिरनपुर की हिंसक घटना का विरोध पूरे राज्य में हो रहा है।
सोमवार को छत्तीसगढ़ बंद के बाद मंगलवार को भाजपा नेताओं ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उन्होंने शहर के प्रमुख चौक चौराहों पर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री का पुतला दहन किया। इस दौरान उनकी पुलिस से तीखी झड़प भी हुई।
भाजपा भिलाई के जिलाध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया के नेतृत्व में भाजपा और भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने सुपेला गदा चौक में विरोध प्रदर्शन किया।
श्रीराम जन्मोत्सव समिति युवा विंग के अध्यक्ष मनीष पाण्डेय ने भिलाई सिविक सेंटर में उग्र प्रदर्शन किया। यहां पुतला दहन के दौरान भाजपाइयों और पुलिसवालों में छीना झपटी भी हुई।
प्रदर्शनकारियों और थाना प्रभारी मनीष पाण्डेय के बीच इतनी खींचतान हो गई कि स्थिति मारपीट तक की आ गई।
बाद में भिलाई निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा और पार्षद पीयूष मिश्रा सहित अन्य भाजपाइयों ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया। पुलिस भाजपाइयों को पुतला दहन करने से नहीं रोक पाई।
मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को बताया जिम्मेदार
भाजपा नेता और श्रीराम जन्मोत्सव समिति के युवा विंग के अध्यक्ष मनीष पाण्डेय ने इस घटना के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार बताया।
उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना हो गई, लेकिन सरकार की संवेदना नहीं जागी। इस घटना में जान गंवाने वाले भुवनेश्वर साहू के परिजनों से मिलने और संवेदना व्यक्त करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू उनके घर अभी तक नहीं गए हैं l न ही आरोपियों के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन लिया गया है। इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं।
साढ़े चार साल में छाया भय और आतंक का साया
भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा ने कहा कि बेमेतरा जिले में जो घटना है वो निंदनीय है। इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। बस्तर, सरगुजा, रायपुर और अब बेमेतरा में इस तरह की घटना हुई है। प्रदेश में जनता सुरक्षित नहीं है।
पिछले साढ़े 4 साल के कांग्रेस शासन में प्रदेश में भय और आतंक का साया छा गया है। भाजपा इसका विरोध करती है और सरकार से मांग करती है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए।