नगर निगम भिलाई में बजट से पूर्व पार्षदों को उपहार देकर कथित खरीदने की कोशिश करने का मामला गरमा गया है।
भाजपा के जिलाध्यक्ष बृजेश बिजपुरिया ने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ गुरुवार को संभागायुक्त महादेव कावरे से मुलाकात की।
उन्होंने कहा है कि सेक्टर-7 में निर्माणाधीन इंडोर स्टेडियम में भ्रष्टाचार को लेकर उनके पार्षद मुंह न खोले इसलिए महापौर ने उपहार देकर खरीदने की कोशिश की।
कदाचार पार्षदों ने नहीं, महापौर नीरज पाल ने की है, गलत नीयत से उपहार देकर। बर्खास्तगी तो महापौर की होनी चाहिए।
बिचपुरिया ने कहा है कि भाजपा पार्षदों पर बेबुनियाद आरोप लगाकर नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धारा 19 (ख) के तहत उनकी सदस्यता समाप्त करने का कुचक्र रचा गया है।
यह लोकतंत्र की हत्या है। संभागायुक्त से विधि सम्मत कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि बीजेपी पार्षदों के पक्ष में निर्णय नहीं लिया गया तो भाजपा सड़क पर उतरने बाध्य होगी।
नगर निगम का प्रस्ताव निरस्त करें
संभागायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि भिलाई नगर निगम के अध्यक्ष और कमिश्नर द्वारा भ्रष्टाचार को दबाने के लिए भाजपा पार्षदों के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है।
संभागायुक्त से आग्रह किया है कि विषय की निष्पक्ष जांच कर निगम की ओर से अग्रेषित प्रस्ताव को निरस्त कर लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को अपमानित होने से बचा लें।