आर्थिक बदहाली झेल रहे पड़ोसी देश पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने प्रमुख ब्याज दर में 100 आधार अंकों यानी एक फीसदी की बढ़ोतरी की है।
मंगलवार को मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद बैंक ने अपनी मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने नीतिगत दर को 100 आधार अंक बढ़ाकर 21% करने का निर्णय लिया है, क्योंकि देश का लक्ष्य रिकॉर्ड उच्च मुद्रास्फीति को नीचे लाना है।
नई मौद्रिक नीति के बाद स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) की प्रमुख दर अब 21% हो गई है, जो अब तक का उच्चतम स्तर है।
रॉयटर्स के सर्वे में ज्यादातर निवेशकों ने ब्याज दर में 200 आधार अंकों यानी दो फीसदी की वृद्धि की उम्मीद कर रखी थी।
हालांकि, उस मोर्चे पर उन्हें राहत मिली है। जनवरी 2022 के बाद से स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने ब्याज दरों में 10.25% की बढ़ोतरी की है।
पिछले महीने मार्च 2023 में मुद्रास्फीति की रीडिंग छह दशक के उच्च स्तर 35.4% पर पहुंच गई थी। विशेषज्ञों ने कहा है कि अप्रैल या मई 2023 में पाकिस्तान में महंगाई की दर 37% से 40% के बीच चरम पर पहुंचने का अनुमान है।
बाजार का मानना है कि केंद्रीय बैंक ने अपने 6.5 अरब डॉलर के ऋण कार्यक्रम को फिर से शुरू करने के लिए ही आईएमएफ की सिफारिश पर ब्याज दर में वृद्धि की है।
केंद्रीय बैंक ने अपने मौद्रिक नीति वक्तव्य में यह भी कहा है कि हाल के महीनों में चालू खाता घाटे में भारी कमी के बावजूद, देशी मुद्रा भंडार का संकट बना हुआ है।
बता दें कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच चुका है, जबकि पाकिस्तानी रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले रोजाना लुढ़कती जा रही है।
अभी एक डॉलर की कीमत 288 पाकिस्तानी रुपये तक जा पहुंची है। 2023 में पाक करंसी की वैल्यू में अब तक 20 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।