प्रवीण नांगिया (ज्योतिष सलाहकार):
कोई भी शुभ कार्य करने से पहले हमें उस दिन के शुभ या अशुभ मुहूर्त और नक्षत्र इत्यादि के बारे में जानकारी होनी चाहिए। पंचाग के ज़रिए आप मुख्य रूप से पांच बातों का ध्यान रख सकते हैं। जिसमें तिथि, वार, योग, करण और नक्षत्र शामिल हैं। दैनिक पंचांग में चद्रमा किस राशि में है, इसका विशेष ध्यान रखा जाता है। इसके साथ ही चंद्रमा का किस नक्षत्र के साथ युति है यह बात भी ध्यान देने योग्य होती है। इसके अलावा पूर्णिमांत माह कौन सा है, अमांत महीना कौन सा है, सूर्य किस राशि में स्थित है, सूर्य किस नक्षत्र में है, शुभ मुहूर्त या अशुभ समय क्या है, राहु काल कब से कब तक रहेगा, ये सारी जानकारियां आप पंचांग के ज़रिए आसानी से पा सकते हैं।
तिथि: चैत्र शुक्ल चतुर्दशी
नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी
सूर्योदय: 05:48
सूर्यास्त: 18:18
दिन-दिनांक: 05-04-2023 बुधवार
वर्ष का नाम: शुभकृत्, उत्तरायन
अमृत काल: 13:37 से 15:11
राहु काल: 12:03 से 13:37
वर्ज्यकाल: 18:15 से 19:50
दुर्मुर्हूत: 11:24 से 12:12