मुख्यमंत्री ने सागर और शहडोल संभाग में पेयजल योजनाओं के कार्यों की समीक्षा की
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जल जीवन मिशन में जिलों में हो रहे कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूरा कर आमजन को ग्रीष्मकाल में पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
जिन योजनाओं में कार्य लगभग पूर्ण हो गया है, उनसे अप्रैल माह अंत तक आमजन को लाभान्वित करने के प्रयास हो। इस माह पुन: मिशन के कार्यों की एक समीक्षा बैठक होगी।
उमरिया जिले के मानपुर में योजना का कार्य पूरा होने के बाद जलापूर्ति में हुए विलंब के लिए मुख्यमंत्री चौहान ने वरिष्ठ अधिकारियों को थर्ड पार्टी निरीक्षण करवाए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय सभाकक्ष में सागर और शहडोल संभाग के 9 जिलों में मिशन के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने सागर संभाग के निवाड़ी से समीक्षा प्रारंभ की।
जानकारी दी गई कि निवाड़ी जिले में करीब 400 करोड़ रूपए की लागत से 253 ग्रामों के लिए समूह नल-जल योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
निवाड़ी की योजना पूर्ण हो चुकी है और गत तीन वर्ष से जल प्रदाय हो रहा है। पृथ्वीपुर की दो योजनाओं में भी कार्य पूर्णता की स्थिति में है।
जिले में पृथ्वीपुर की प्रथम और द्वितीय समूह योजनाओं में 58 ग्रामों में हर घर तक पेयजल पहुँचाने की व्यवस्था की जा चुकी है।
दमोह जिले में एक हजार 163 ग्रामों के लिए समूह नल-जल योजनाओं पर एक हजार 762 करोड़ रूपए की राशि मंजूर कर कार्य किए जा रहे हैं।
ब्यारमा में जल प्रदाय प्रारंभ है। जबेरा-तेंदूखेड़ा, दमोह-पटेरा और बक्सवाह में कार्य लगभग पूर्ण हो गए हैं। दमोह जिले में 137 एकल ग्राम नल-जल योजनाएँ मंजूर की गई हैं, इनमें से 74 पूर्ण हो चुकी हैं।
सागर जिले में एक हजार 810 ग्रामों के लिए दो हजार 752 करोड़ रूपए की राशि से कार्य किए जा रहे हैं।
गढ़ाकोटा, बक्सवाह और मड़िया योजना में भौतिक प्रगति 82 से 91 प्रतिशत है, यहाँ शीघ्र ही जल-प्रदाय प्रारंभ हो जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने इन कार्यों की समय पर पूर्णता केलिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल निगम और कार्य करने वाली एजेंसियों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री चौहान ने टीकमगढ़ जिले में संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि यहाँ जिले में प्रगतिरत 126 योजनाओं के कार्य को शीघ्र पूर्ण किया जाए।
बताया गया कि जिले में 70 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। इसी तरह पन्ना जिले में मझगॉय योजना भी लगभग पूर्ण हो गई है।
पवई में भी कार्य पूर्ण हो चुके हैं और शीघ्र ही जल-प्रदाय प्रारंभ होगा। छतरपुर जिले में 775 ग्रामों के लिए 1,514 करोड़ रूपए की मंजूरी से कार्य चल रहे हैं।
जिले में 28 कार्य पूर्ण हो गए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने बानसुजारा (बड़ामल्हारा) योजना में कार्य पूर्ण कर शीघ्र जल-प्रदाय करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने शहडोल संभाग के उमरिया, अनूपपुर और शहडोल जिलों में क्रियान्वित योजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। बताया गया कि उमरिया जिले के आकाशकोट इलाके में कुछ वर्ष पूर्व पेयजल का अभाव था।
मुख्यमंत्री चौहान ने वर्ष 2014-15 में राशि स्वीकृत कर पेयजल योजनाओं के क्रियान्वयन की राह आसान की। आज इस अंचल के लोग राज्य शासन की इस सक्रियता केलिए आभारी हैं।
स्थानीय विधायक शिवनारायण सिंह ने मुख्यमंत्री चौहान को बताया कि अनेक ग्रामों के निवासी मुख्यमंत्री चौहान के स्वागत के लिए भी आतुर हैं।
कमिश्नर शहडोल ने बताया कि दमेड़ी की समूह नल-जल योजनाओं की सफलता से भी ग्रामीण प्रसन्न हैं।
नल-जल योजनाओं से जहाँ सड़कों की कुछ क्षति हुई थी, वहाँ मरम्मत कार्य भी पूरे कर लिए गए हैं।
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास और जल-संसाधन एस.एन मिश्रा, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी संजय कुमार शुक्ला एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।