भिलाई नगर निगम में सामान्य सभा की बैठक के दौरान सदन की गरिमा खराब करने के आरोप में भाजपा के 8 पार्षदों की पार्षदी जा सकती है।
इसको लेकर निगम में संकल्प भी पारित हो गया है। जिन 8 पार्षदों की बर्खास्तगी की जानी है, उनमें नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा सहित वरिष्ठ पार्षद पीयूष मिश्रा, महेश वर्मा, वीणा चंद्राकर, सत्यादेवी जायसवाल, विनोद सिंह, स्मिता दोड़के और संतोष मौर्या का नाम शामिल है।
भिलाई नगर निगम के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा पार्षदों पर निगम भिलाई की सामान्य सभा में सदन की गरिमा को तार-तार करने का आरोप लगा है।
इसलिए इनके खिलाफ नगर पालिक निगम अधिनियम- 1956 की धारा 19 ख के तहत कार्रवाई के लिए संकल्प पारित किया गया है।
सभापति गिरवर बंटी साहू की ओर से यह संकल्प नगर निगम भिलाई कमिश्नर डॉ. रोहित व्यास को भेजा जा चुका है। अब कमिश्नर की ओर से दुर्ग संभागायुक्त महादेव कावरे को यह पत्र भेजा जाएगा।
संभागायुक्त मामले में सुनवाई करेंगे। सुनवाई के दौरान यदि पार्षदों पर लगे दोष सिद्ध हो जाते हैं तो आठों पार्षदों की बर्खास्तगी तय है।
आपको बता दें कि, नगर निगम भिलाई के इतिहास में अब तक चार पार्षद धारा-19 ख के तहत बर्खास्त हो चुके हैं। इनमें लालचंद वर्मा, देवेंद्र यादव, जयशंकर चौधरी, रिती देशलहरे का नाम शामिल है।
ऐसा कहा जा रहा है कि इस बार भी केस को काफी स्ट्रांग बनाया जा रहा है। ताकि इन 8 पार्षदों की बर्खास्तगी हो जाए।
बताया जा रहा राहुल गांधी पर हुई कार्रवाई का छोटा बदला
8 भाजपा पार्षदों को बर्खास्त करने के लिए संकल्प पारित होने के बाद ऐसी चर्चा है कि राहुल गांधी की सांसदी जाने के बाद से कांग्रेसियों में भाजपा के प्रति काफी रोष है।
छोटे रूप में ही सही भिलाई निगम में 8 भाजपा पार्षदों की बर्खास्तगी कराना इसी का बदला भी बताया जा रहा है।