मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इन्दौर में हुई घटना की मजिस्ट्रियल जाँच के निर्देश दिए गए हैं। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जाँच के आधार पर जिम्मेदारी तय कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है।
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता रेस्क्यू ऑपरेशन पूर्ण करने की है। शेष प्रभावितों को ढूंढने के प्रयास जारी हैं। राज्य सरकार द्वारा घायलों का नि:शुल्क उपचार कराया जा रहा है। पीड़ित परिवारों की सहायता में किसी भी तरह की कसर नहीं रखी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिजन से चर्चा की तथा ढाँढस बंधाया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में राज्य शासन पूरी तरह से उनके साथ है।
मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार की सुबह अल्प प्रवास पर इन्दौर पहुँचे थे। उन्होंने अस्पताल पहुँच कर घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और घटना स्थल पहुँच कर स्थिति का मुआयना भी लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मैं स्वयं भी रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में रहा। घायलों का अस्पताल में बेहतर इलाज किया जा रहा है। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों की सहायता में कोई कसर नहीं छो़ड़ेगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश में जहाँ भी ऐसे ढँके हुए कुएँ और बावड़ियाँ हैं, उनकी जाँच कराने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
खुले रह गए बोरवेल की जाँच के भी निर्देश दिए गए हैं। बोरवेल खुले होने पर संबंधितों पर कार्यवाही की जाएगी। गृह मंत्री एवं इंदौर जिले के प्रभारी डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, इन्दौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।