हमर भाखा हमर गीत पर आधारित है ‘रेडियो संगवारी‘।
छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति का होगा व्यापक प्रचार-प्रसार।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ का पहला डिजिटल रेडियो स्टेशन ‘रेडियो संगवारी’ को लॉन्च किया।
उन्होंने इस मौके पर रेडियो संगवारी के संस्थापक तथा संचालक सहित पूरी टीम को छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को व्यापक प्रचार-प्रसार की दिशा में एक बेहतर प्रयास बताते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि रेडियो संगवारी के माध्यम से छत्तीसगढ़ी लोक कला, लोक संस्कृति और गीत-संगीत को आम लोगों तक डिजिटल रेडिया स्टेशन के माध्यम से पहुंचाने के लिए रेडियो संगवारी की स्थापना की गई है, मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई।
मुझे बताया गया है कि छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति को एप के माध्यम से पूरी दुनिया के लोगों तक पहुंचाया जाएगा, निश्चित रूप से यह बहुत ही सराहनीय प्रयास है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की लुप्त हो रही सांस्कृतिक विधाओं और कला परंपराओं को नया जीवन देने के लिए यह प्लेटफार्म एक ताकतवर माध्यम हो सकता है। नये कलाकारों की प्रतिभाओं को भी इसके माध्यम से आसानी से दुनिया के सामने लाया जा सकता है।
रेडियो की श्रोताओं की आज भी कमी नहीं है। अपने नवाचारों और अपनी नयी सोच के कारण बहुत से रेडियो स्टेशन आज भी बहुत ही लोकप्रिय है, मुझे उम्मीद है कि रेडियो संगवारी द्वारा शुरू किया जा रहा डिजिटल रेडियो स्टेशन भी ऐसा ही लोकप्रिय माध्यम बनेगा।
इस अवसर पर रेडियो संगवारी के संस्थापकराहुल शर्मा तथा सह-संस्थापक डॉ. हेमंत सिरमौर ने बताया कि रेडियो संगवारी को टू-जी इंटरनेट स्पीड पर भी आराम से सुना जा सकता है।
कार्यक्रम में प्रोग्राम संचालक मनीष बघेल ने बताया कि गूगल प्ले स्टोर में Radio Sangwari लिखकर इसे डाउनलोड किया जा सकता है। इस अवसर पर सुश्री आर.जे. श्रेया, जगमीत सिंह, अनुज शर्मा तथा रेडियो संगवारी के समस्त सदस्य उपस्थित थे।