क्या यूक्रेन में चल रही जंग अब परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की ओर बढ़ गई है? व्लादिमीर पुतिन के एक कदम के बाद ऐसे ही कयास लग रहे हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया है कि बेलारूस में वह परमाणु हथियारों की तैनाती कराएंगे। उनके इस ऐलान के बाद युद्ध के और तेज होने की आशंका बढ़ गई है।
यही नहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी पुतिन के ऐलान से चिंतित नजर आ रहे हैं और उन्होंने इस कदम को खतरनाक बताया है।
इससे पहले पुतिन ने कहा कि मॉस्को अपने इलाके की रक्षा करने के लिए पूरी तरह तत्पर है और उसके लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेन्को मॉस्को से काफी समय से कहते रहे हैं कि वे उनके देश में परमाणु हथियारों की तैनाती करें।
अब हमने इसका फैसला लिया है। बता दें कि बीते साल 24 फरवरी को यूक्रेन पर हुए रूसी हमले के बाद से लगातार बेलारूस का समर्थन रूस को रहा है।
रूस पहले ही बेलारूस की मदद करता रहा है। उसने बेलारूस को आधुनिक लड़ाकू विमान मुहैया कराए है, जो परमाणु हथियारों को भी लेकर जा सकते हैं।
शनिवार को ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि ब्रिटेन ने यूक्रेन को यूरेनियम देने का फैसला लिया है। इसके चलते हम अब बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती कर रहे हैं ताकि जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सके।
पुतिन ने कहा कि हम बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात करके वही करेंगे, जो अमेरिका दशकों से बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड और तुर्की में करता रहा है।
रूस का कहना है कि अमेरिका ने इन देशों में हथियार तैनात कर रखे हैं और यह हमारे लिए खतरा है। पुतिन ने यह भी कहा कि हमारा यह कदम किसी भी अंतरराष्ट्रीय समझौते का उल्लंघन नहीं करता।
उन्होंने कहा कि यदि इस लिहाज से देखें तो अमेरिका पहले ही ऐसे किसी भी समझौते का उल्लंघन कर चुका है।
उसने अपने नाटो सहयोगी देशों के यहां पर हथियारों को तैनात किया है, जो रूस की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। हालांकि पुतिन का यह बयान उनके उस रुख से अलग है, जिसके तहत बीते सप्ताह उन्होंने परमाणु हथियारों से दूर रहने की बात कही थी।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल समझदारी नहीं है।