छत्तीसगढ़ की सड़कों की दुर्दशा को लेकर हाईकोर्ट में चल रही जनहित याचिका की सोमवार को सुनवाई हुई।
इस दौरान न्यायमित्र ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि राजधानी रायपुर के टांटीबंध चौक में ओवरब्रिज निर्माण के चलते एक्सीडेंट प्रोन जोन बन गया है और ट्रैफिक जाम रहता है।
ऐसे ही हाटी से धर्मजयगढ़ रोड की हालत बहुत खराब है। इस पर एक्टिंग चीफ जस्टिस गौतम भादुड़ी और जस्टिस एनके चंद्रवंशी की डिवीजन बेंच ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और राज्य शासन को अगली सुनवाई तक स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। केस की सुनवाई अब 17 अप्रैल को होगी।
इस जनहित याचिका की सुनवाई से पहले न्यायमित्र प्रतीक शर्मा ने प्रदेश के अलग-अलग शहरों की सड़कों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान उन्होंने रिपोर्ट भी तैयार की है।
इसमें रायपुर के टांटीबंध चौक में लंबे समय से बन रहे ओवरब्रिज का निरीक्षण किया, तब पता चला कि चौक में लगातार हादसे हो रहे हैं और निर्माण कार्य के चलते जाम की स्थिति भी निर्मित हो जाती है, जिसके कारण लोग परेशान हैं।
इसी तरह उन्होंने हाटी-धर्मजयगढ़ रोड का भी निरीक्षण किया, तब पता चला कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से हाटी-धरमजयगढ़-पत्थलगांव सड़क मार्ग के लिए उन्नयन कार्य को भारतमाला परियोजना में शामिल किया गया है, जिसके तहत धरमजयगढ़ से हाटी तक 24 किमी की सिंगल लेन की सड़क में डामरीकरण किया जा रहा है।
लेकिन, यह काम काफी धीमी गति से चल रही है और पांच साल में काम पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने सोमवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट में रिपोर्ट फाइल किया और तथ्यों से डिवीजन बेंच को अवगत कराया।
दरअसल, बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र की बदहाल सड़कों को लेकर अधिवक्ता हिमांक सलूजा ने जनहित याचिका दायर की है। इस मामले में गठित न्याय मित्रों ने हाईकोर्ट में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत किया था, जिसमें बताया गया कि शहर के साथ ही राज्य की सड़कों की हालत खराब है।
पिछले पांच साल से सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है, जो अब तक अधूरा है। इसके चलते हर शहर व पहुंच मार्गों की स्थिति बेकार है। इस मामले में न्याय मित्रों के प्रतिवेदन के आधार पर हाईकोर्ट ने जनहित याचिका के रूप में सुनवाई शुरू की थी, तब से यह इस मामले की लगातार सुनवाई चल रही है।
न्यायमित्रों ने बताया डेंजर पॉइंट और गिनाए आंकड़े
न्यायमित्र राजीव श्रीवास्तव, प्रतीक शर्मा और सालसा के वकील आशुतोष कुछवाहा ने पूर्व में बताया था कि कोनी थाने से सूचना के अधिकार कानून के तहत जानकारी ली गई है, इसमें एक ही जगह सेंदरी चौक में एक्सीडेंट के सात केस दर्ज हुए हैं, जिसमें 3 लोगों की मौतें भी हुई है।
न्यायमित्रों की ओर से कहा गया की उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत भी की है, जिसमें उन्होंने आए दिन दुर्घटनाएं होने की जानकारी दी है। इसलिए यहां अंडरपास का निर्माण करने की आवश्यकताएं बताए।
लेकिन, अब तक NHAI ने यहां अंडरपास बनाने की दिशा में काम शुरू नहीं किया है।