तीन साल कहर ढाने के बाद इस साल कोरोना का असर कैसा रहेगा, इसको लेकर डब्लूएचओ ने चेतावनी जारी कर दी है।
डब्लूएचओ के मुताबिक इस साल कोरोना के लक्षण साधारण फ्लू के लक्षणों जैसे सीमित हो जाएंगे। सिर्फ इतना ही नहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह भी कहा कि वह 2023 में कभी भी कोरोना को लेकर जारी इमरजेंसी को खत्म करने का ऐलान कर सकता है।
डब्लूएचओ के मुताबिक वह इस बात को लेकर बहुत ज्यादा आशान्वित हैं महामारी वाला यह वायरस अब अपने अंत की तरफ बढ़ रहा है।
कहा-देशों से ऐक्टिव होने में देर की
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा कोरोना को पहली बार महामारी घोषित किए तीन साल बीत चुके हैं। उधर डब्ल्यूएचओ चीफ टेड्रोस ने कहा था कि देशों को कई हफ्ते पहले ही हरकत में आ जाना चाहिए था।
वहीं, डब्लूएचओ इमरजेंसीज के निदेशक माइकल रेयान ने कहा कि मेरे ख्याल से हम उस जगह पहुंच गए हैं जहां से कोरोना एक सीजनल इंफ्लुएंजा के रूप में तब्दील जाएगा।
उन्होंने कहा कहा कि यह वायरस हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरा है। हमारी जान के लिए खतरा है, लेकिन अब यह हमारे समाज और हॉस्पिटल सिस्टम को चुनौती नहीं दे पाएगा। मुझे पूरा यकीन है कि बहुत जल्द यह होगा।
हर हफ्ते 5000 तक हुई थीं मौतें
गौरतलब है कि डब्लूएचओ ने 30 जनवरी, 2020 को पब्लिक हेल्थ के लिए इंटरनेशनल इमरजेंसी के रूप में चिन्हित किया था। तब चीन के बाहर 100 केसेज सामने आए थे और किसी की मौत नहीं हुई थी।
लेकिन 11 मार्च तक पहुंचते-पहुंचते हालात नियंत्रण के बाहर होने लगे थे। डब्लूएचओ चीफ ने कहा कि हमने इसे हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया ताकि सभी देश निर्णायक फैसला करें।
हालांकि बहुत से देश ऐसा करने में सफल नहीं रहे। उन्होंने कहा कि आज तीन साल बाद कोरोना से सात मिलियन मौतों का आधिकारिक आंकड़ा दर्ज हुआ है। हालांकि हम जानते हैं हकीकत में मौतें इससे कहीं ज्यादा हुई हैं।