गौमूत्र से बने कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत की बिक्री से 32.27 लाख की आय
गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों में गोबर खरीदी के साथ-साथ 4 रूपए लीटर की दर से गोमूत्र की खरीदी अनवरत रूप से जारी है।
गौठानों में अब तक 5 लाख 98 हजार 724 रूपए का भुगतान कर एक लाख 49 हजार 681 लीटर गौमूत्र क्रय किया जा चुका है, जिससे महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा 56,281 लीटर जैविक कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और 21,602 लीटर वृद्धिवर्धक जीवामृत का उत्पादन किया गया है।
50,622 लीटर ब्रम्हास्त्र तथा 19,299 लीटर वृद्धिवर्धक जीवामृत की बिक्री से 32 लाख 27 हजार 445 रूपए की आय अर्जित हुई है।
गौरतलब है कि राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जैविक मिशन संचालित है।
गोधन न्याय योजना के तहत गोबर की खरीदी और उससे जैविक खाद के उत्पादन से राज्य में जैविक खेती के लिए किसानों को सहजता से रियायती दर पर जैविक खाद की उपलब्धता सुनिश्चित हुई है।
गौमूत्र से जैविक कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत के उत्पादन से जैविक खेती को और बढ़ावा मिला है। किसान अब महंगे रासायनिक पेस्टीसाइड से छुटकारा मिला है।
किसान अब रासायनिक कीटनाशक के स्थान पर जैविक कीटनाशक ब्रम्हास्त्र का उपयोग करने लगे है।