कांग्रेस और लेफ्ट सांसदों और विधायकों का एक दल त्रिपुरा में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच करने के लिए पहुंचा था।
सेपाहीजाला जिला में उनपर भी हमले की सूचना मिल रही है। पुलिस ने कहा है कि टीम पर अज्ञात बदमाशों ने हमला किया था।
असम से आने वाले कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने आरोप लगाया है कि हमलावरों ने दावा किया कि वे भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता थे और उनपर पथराव किया।
उन्होंने कहा, ”हमारे तीन-चार वाहनों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने कुछ नहीं किया। इस घटना से लगा कि त्रिपुरा में कानून का कोई शासन नहीं है।”
सहायक महानिरीक्षक (लॉ एंड ऑर्डर) ज्योतिष्मान दास चौधरी ने बताया कि नेहलचंद्रनगर में हुए हमले में आठ सदस्यीय टीम में से कोई भी घायल नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा, ”सांसदों, विधायकों और वाम दलों के स्थानीय नेताओं और कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज बिशालगढ़ के नेहलचंद्रनगर का दौरा किया। इसकी पहले जानकारी नहीं दी गई थी। इस दौरान नारेबाजी की गई और कुछ बदमाशों ने उनके वाहनों पर हमला कर दिया।”
उन्होंने कहा, ”पुलिस एस्कॉर्ट टीम ने तुरंत इसका जवाब दिया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया। किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
दो-तीन वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं।” आपको बता दें कि इस घटना में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अन्य बदमाशों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक वीडियो ट्वीट कर कहा, ”कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल पर आज त्रिपुरा के विशालगढ़ और मोहनपुर में भाजपा के गुंडों ने हमला किया। प्रतिनिधिमंडल के साथ जा रही पुलिस ने कुछ नहीं किया। कल वहां बीजेपी की विजय रैली हो रही है। यह पार्टी प्रायोजित हिंसा की जीत है।”