ट्रैफिक चालान के बोझ से परेशान एक मजदूर ने आत्महत्या कर ली है। ट्रैफिक पुलिस ने उसे तीसरी बार शराब के नशे में गाड़ी चलाते पकड़ा था।
कुछ दिन पहले ही ट्रैफिक थाना मीरचौक की पुलिस ने उसकी बाइक को जब्त कर लिया और उसे छुड़ाने के लिए दस हजार रुपये देने को कहा था।
सैदाबाद पुलिस स्टेशन के अनुसार, मृतक ने कीटनाशक खाकर अपनी जान दी है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि मजदूर ने किसी निजी कारणों के वजह से आत्महत्या की है।
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, 52 वर्षीय ए येलैया ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री के। चंद्रशेखर राव को संबोधित एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उसने लिखा कि लंबित ट्रैफिक चालान का भुगतान करने के बोझ ने उसे आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया था।
येलैया पर कुल बकाया जुर्माना 8,945 रुपये था। जुर्माना 6 मार्च को शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले में लगाया गया था। इस दौरान उसकी बाइक जब्त की गई थी।
इसी वजह से येलैया ने कीटनाशक का सेवन किया और रात 8 बजे सैदाबाद में चिंतल बस्ती में बेहोशी की हालत में अपने घर लौट गया। मृतक की पत्नी मल्लम्मा ने कहा, ‘हम उन्हें ओवैसी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हमें उनके बटुए में एक सुसाइड नोट मिला। सुसाइड नोट में, मेरे पति ने उल्लेख किया कि उनके खिलाफ एक ट्रैफिक चालान जारी किया गया था और उन्हें डर था कि उनकी बाइक वापस नहीं होगी इसलिए उन्होंने अपना जीवन समाप्त करने का फैसला किया था।’
मृतक ने KCR और IT मंत्री केटी। रामाराव को संबोधित सुसाइड नोट में ट्रैफिक चालान का भुगतान करने में गरीबों पर पड़ने वाले वित्तीय बोझ को ध्यान देने का अनुरोध किया।
मल्लम्मा की शिकायत के आधार पर, सैदाबाद पुलिस ने CPRC की धारा 174 के तहत एक संदिग्ध मौत का मामला दर्ज किया।
मंगलवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया और येलैया के पैतृक स्थान पर अंतिम संस्कार किया गया।