मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ रोशनपुरा चौराहा पर कीर्ति स्तंभ परिसर में होलिका दहन किया।
उन्होंने विधि-विधान और मंत्रोच्चार से होलिका की पूजा की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि होलिका दहन धर्म की विजय का प्रतीक है। यह पर्व हमें अहंकार नहीं विन्रमता, घृणा नहीं भक्ति, स्नेह और प्रेम की सीख देता है। यही जीवन का सार है।
सदकर्मों से व्यक्ति और प्रदेश आगे बढ़ता है। उन्होंने पर्यावरण बचाने के लिए गौ-काष्ठ का उपयोग करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री चौहान और श्रीमती साधना सिंह ने होलिका दहन में शामिल सभी नागरिकों को होली की शुभकामनाएँ दी और नागरिकों को गुलाल लगाया।