चीन ने लगातार आठवीं बार अपना रक्षा बजट बढ़ाया है।
इस साल चीन ने अपना रक्षा बजट 7.2 फीसदी बढ़ाकर 225 अरब डॉलर कर दिया है। चीन ने 2023 का रक्षा बजट 1.55 ट्रिलिनय यूआन यानी लगभग 224 अरब डॉलर रखा है।
वहीं बात करें पिछले 10 साल की तो चीन का रक्षा बजट 2013 के मुकाबले डबल हो गया है। भारत से चीन का रक्षा बजट तीन गुना ज्यादा है।
पिछले साल चीन ने 1.45 ट्रिलियन युआन का रक्षा बजट तय किया था। चीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सैन्य बजट तय करने वाला देश है। अमेरिका का रक्षा बजट दुनिया में सबसे ज्यादा होता है।
भारत का तीन गुना चीन का रक्षा बजट
नेशनल पीपल्स कांग्रेस के शुरुआती सत्र में चीन के सदन में अपनी सेना की तारीफ करते हुए कहा कि पूर्वी लद्दाख में बिना किसी सीधे हमले के उसे सफलता मिला है।
चीन ने दावा किया कि उसने अपनी सीमाएं सुरक्षित की हैं और नौसेना को भी मजबूत किया है। इसके अलावा कोविड 19 के दौरान भी सेना ने काम किया है।
भारत से तुलना करें तो चीन सेना पर तीन गुना ज्यादा खर्च करता है। 2023-24 का भारत का रक्षा बजट 5.94 लाख करोड़ है जो कि लगभग 72.6 अरब अमेरिकी डॉलर होता है।
कितनी ताकतवर है चीनी सेना
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ही चीन की सेना के हेड हैं। पीपल्स लिबरेशन आर्मी कम्युनिस्ट पार्टी की सैन्य शाखा है।
बताया जाता है कि इसमें 20 लाख लोग हैं। चीनी सेना की उपलब्धियां गिनाते हुए ली केकियांग ने कहा कि सेना ने समुद्री संरक्षण, आतंकवाद के खिलाप अभियान. सीमा की सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय रणनीति, नई तकनीकों और विज्ञान को लेकर काम किया है।
जीडीपी का कितना सेना पर खर्च करता है चीन
वर्ल्ड बैंक के मुताबिक दो साल पहले चीन ने अपनी जीडीपी का 7.2 फीसदी सेना पर खर्च किया था। वहीं अमेरिका अपनी जीडीपी का 3.5 फीसदी सेना पर खर्च करताहै।
चीन में इन दिनों आर्थिक समस्याएं कम नहीं हैं। इसके बावजूद वह सेना का बजट बढ़ा रहा है। दरअसल चीन अपनी विस्तारवादी नीतियों की वजह से युद्ध जैसी स्थितियां बनाने की कोशिश में लगा रही रहता है।
एक तरफ तो चीन भारत की सीमा पर घुसपैठ की कोशिश करता है तो दूसरी तरफ ताइवान पर दावा ठोकता है। ताइवान के मामले को लेकर चीन और अमेरिका के बीच भी तनाव बढ़ा है।