आतंकियों को पालने-पोसने वाला और आतंक के आका के तौर पर बदनाम पाकिस्तान भी अब आतंकवाद से तंग आ गया है।
सीमा पार आतंकी हमलों से परेशान होकर उसने अफगानिस्तान को चेतावनी दे डाली है।
इस चेतावनी में यहां तक कहा गया है कि अगर अफगानिस्तान इन आतंकियों पर कार्रवाई में नाकाम रही तो पाकिस्तान उसकी सीमा में घुसकर उन्हें मारेगा।
रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ की अगुवाई में एक उच्चस्तरीय डेलीगेशन ने अफगानिस्तान को यह चेतावनी जारी की। द डेली टाइम्स ने अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है।
अफगानिस्तान पहुंचा था डेलीगेशन
बुधवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में डेलीगेशन ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर तक यह संदेश पहुंचाया।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के साथ आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद और रक्षा और विदेश मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
इस डेलीगेशन में शामिल रहे एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने नाम ने छापने की शर्त पर बताया कि हमारे डेलीगेशन ने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार को स्पष्ट संदेश दिया है।
इसमें कहा गया है कि तालिबान नेतृत्व को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को अफगानिस्तान की धरती पर बैठकर पाकिस्तान में हमला करने से रोकना होगा।
इसके अलावा ऐसे तत्वों को अपने देश से बाहर का रास्ता दिखाने की चेतावनी भी दी गई है। अधिकारी के मुताबिक अगर अफगानिस्तान टीटीपी को ऐसा करने से रोकने में नाकाम रहता है तो पाकिस्तान वहां घुसकर इन आतंकियों को सबक सिखाएगा।
दोनों करते रहे हैं इंकार
जानकारी के मुताबिक इस मीटिंग में अफगानिस्तान के कार्यवाहक आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी और रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब भी मौजूद थे।
इस दौरान याकूब ने पिछले साल अमेरिका द्वारा काबुल पर किए गए ड्रोन हमलों का भी जिक्र किया। अगस्त 2022 में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि उनकी सेनाओं ने ड्रोन हमले में अलकायदा प्रमुख अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया है।
अंतरिम तालिबान सरकार ने इस बात को स्वीकार करने से इंकार किया था। अफगानिस्तान के अधिकारी कहते रहे हैं कि अमेरिका ने पाकिस्तानी एयरस्पेस का इस्तेमाल करके यह हमला किया था।
वहीं पाकिस्तान इससे इंकार करता रहा है। वहीं, अफगानिस्तान, पाकिस्तान के इस दावे से इंकार करता रहा कि उसके देश में टीटीपी मौजूद है।