केदारनाथ-बदरीनाथ सहित चारधाम यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं के लिए एक अच्छी खबर है।
उत्तराखंड सरकार ने तीर्थ यात्रियों के लिए मंदिरों में दर्शन को एक जोरदार प्लान बनाया है।
चारधाम यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए घंटों कतार में नहीं लगना होगा। हर यात्री को धाम में दर्शन के लिए तय समय मिलेगा।
इस टाइम स्लॉट के दौरान ही वो दर्शन के लिए कतार में आएंगे। बाकी समय का उपयोग आराम, ट्रैकिंग आदि कामों के लिए कर सकेंगे। वैष्णोदेवी मंदिर की तर्ज पर राज्य इस बार यह व्यवस्था लागू करने जा रहा है। टाइम स्लॉट सिस्टम को कारगर बनाने के लिए चारों धाम में स्पेशल वाइफाई जोन बनेंगे।
इनके साथ ही चारों धाम से पहले चार छोटे कस्बों में भी वाईफोन सेंटर बनाए जाएंगे। पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के अनुसार धाम आने वाले हर यात्री का क्यूआर कोड स्कैन कर उसके लिए तय दिन के आधार पर 10 से 12 विभिन्न टाइम स्लॉट में उसे एक दे दिया जाएगा। उसके बाद वो अपने समय के अनुसार दर्शन के लिए मुख्य मंदिर तक आ सकते हैं।
पैदल यात्रियों को मिलेगी राहत : धामों तक पैदल आने वाले यात्रियों को इस सुविधा का लाभ ज्यादा मिलेगा। स्लॉट तय होने से वो अपनी सुविधा के अनुसार सफर शुरू कर सकते हैं।
धाम में आकर वो कतार में दिए जाने वाले वक्त का उपयोग अन्य कार्यों के लिए कर सकते हैं। पर्यटन सचिव के अनुसार चारधाम यात्रा को लेकर इस साल भी श्रद्धालुओं में बेहद उत्साह है।
लोगों की मदद करेंगे पर्यटक मित्र: यदि कोई यात्री उसके लिए तय टाइम स्लॉट में नहीं आ पाता तो उसके लिए भी व्यवस्था की जाएगी। पर्यटन सचिव के अनुसार चारों धामों में पर्यटक मित्रों को भी नियुक्त किया जा रहा है।
ऐसे यात्रियों की सहायता के लिए वो तत्काल सूचना अपडेट करेंगे, जिससे यात्री को अगले स्लॉट में शामिल होने का मौका मिल सके।
केदारनाथ: 6 फीट बर्फ काटकर बना रहे रास्ता
केदारनाथ पैछल मार्ग पर भैरव गदेरे में मजदूर 6 फीट बर्फ काटकर रास्ता बना रहे हैं। गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी भैरव गदेरे में ही बर्फ हटाने का काम किया गया।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि टीम रोजाना 100 से 200 मीटर बर्फ हटा रही है। डीडीएमए के अवर अभियंता सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बर्फ हटाने के लिए मजदूरों की संख्या 40 से बढ़ाकर 60 कर दी गई है।
चार दिन में 97 हजार श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन
चार दिन के भीतर ही चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा एक लाख के करीब पहुंच गया। पर्यटन विभाग के मुताबिक, अब तक 97 हजार 60 लोग केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
केदारनाथ धाम के लिए शुक्रवार शाम तक 53 हजार 293 श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। जबकि बदरीनाथ के लिए 43 हजार 767 का रजिस्ट्रेशन हो गया है।
वाईफाई जोन के लिए कुछ दूरसंचार कंपनियों से बातचीत अंतिम दौर में है। 11 स्थानों पर वाईफाई जोन प्रस्तावित हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के सकारात्मक नतीजे मिल रहे हैं।
सचिन कुर्वे,सचिव-पर्यटन
केदारनाथ-बदरीनाथ के लिए ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन
केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के लिए मंगलवार 21 फरवरी से श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
सुबह सात बजे से ही वेबसाइट, टोल फ्री नंबर, व्हाट्सअप नंबर पर पंजीकरण शुरू हो जाएंगे।
पर्यटन विभाग ने पंजीकरण को लेकर इस बार चार विकल्प दिए हैं। श्रद्धालु वेबसाइट, व्हाट्सअप नंबर, टोल फ्री नंबर के साथ ही मोबाइल एप पर भी पंजीकरण करा सकेंगे।
पर्यटन विभाग की ओर से तय किया गया है कि 21 फरवरी से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। श्रद्धालु वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करा सकेंगे।
व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर पंजीकरण का विकल्प रहेगा। टोल फ्री नंबर 01351364 के साथ मोबाइल एप touristcareuttarakhand को डाउनलोड कर भी पंजीकरण किया जा सकेगा। अभी पहले चरण में सिर्फ केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के लिए ही पंजीकरण होंगे।
पहले नवरात्र के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का समय तय होते ही चारों धामों के लिए पूरी संख्या में पंजीकरण शुरू हो जाएंगे।