सैयद जावेद हुसैन, (सह संपादक), छत्तीसगढ़:
धमतरी- युग पुरूष छत्रपति शिवाजी महाराज की 394 वीं जयंती का आयोजन मराठा समाज के तत्वाधान में भव्य रूप से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अभ्यागत डॉक्टर संजय वानखेड़े, समारोह भूषण श्रीमती कविता योगेश बाबर प्रांतीय अध्यक्ष मराठा महिला प्रकोष्ठ एवं जिला पंचायत वन समिति सभापति, मुख्य वक्ता डॉक्टर रविंद्र हरिदास नागपुर, कार्यक्रम की अध्यक्षता रविंद्र मानें अध्यक्ष मराठा समाज धमतरी के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
जयंती का शुभारंभ प्रातः माँ तुलजा भवानी मंदिर में अभिषेक एवं शिवा जन्मोत्सव पश्चात समाज के युवाजनों द्वारा मोटरसाइकिल रैली एवं दोपहर में शोभा यात्रा निकाली गई, शिवाजी चौक स्थित शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा में माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन एवं आरती कर जयन्ती मनायी गयी।
तत्पश्चात मराठा मंगल भवन में मंचीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिवाजी महाराज के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर मंचीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
अतिथि स्वागत सत्कार उपरांत उद्बोधन की कड़ी में मराठा समाज अध्यक्ष रविन्द्र माने द्वारा मराठा समाज के कार्यों एवं क्रियाकलापों का पठन किया गया, कार्यक्रम के दौरान शहीद सैनिकों के परिवार जनों का सम्मान समारोह भी आयोजित किया गया, अतिथि उद्बोधन में समारोह भूषण श्रीमति बाबर ने सभा को संबोधित करते हुए शिवाजी महाराज के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके शौर्य साहस एवं वीरता का बखान किया साथ ही समाज में एक जुटता और समाज को विकास के रास्ते पर कैसे ले जाएं इसके बारे में विस्तार से अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा एवं हिंदवी स्वराज्य की स्थापना शिवाजी महाराज के बिना संभव नहीं थी उन्होंने जीवन पर्यंत हिंदू धर्म की रक्षा के लिए मुगलों से लोहा लेकर कार्य किया जिसका परिणाम है कि हम इस स्वतंत्र भारत में हिंदू राष्ट्र की कल्पना के साथ अपना जीवन सफलता से यापन कर रहे हैं।
सभा को अन्य उपस्थित अतिथियों ने भी संबोधित किया एवं समस्त मराठा समाज व सर्व हिन्दू समाज को शिवाजी जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की, कार्यक्रम के इस अवसर पर मराठा समाज के समस्त सदस्यगण व अन्य समाज से आए हुए अतिथिगण उपस्थित रहे।