दूर हुई पिता की चिंता: मुख्यमंत्री के निर्देश पर शुगर पीड़ित बालिका मोहनी को मिल रहा बेहतर इलाज।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भेंट-मुलाकात कार्यक्रम शुगर पीड़ित दस वर्षीय बालिका मोहनी कौशिक के लिए वरदान साबित हुआ है।
मुख्यमंत्री बघेल ने तखतपुर विधानसभा के ग्राम खैरी में विगत 18 जनवरी को आयोजित भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान सकरी तहसील के ग्राम बहतराई निवासी प्रमोद कौशिक से किये गये वायदे को कुछ ही दिनों में पूरा कर दिया है।
कौशिक ने अपनी पुत्री मोहनी कौशिक की शिक्षा और स्वास्थ्य में सहयोग करने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया था। मोहनी, शुगर के टाईप-1 डायबिटीस मेलाईटस बीमारी से ग्रस्त है, इसमें शुगर की मात्रा बढ़ने से नियमित रूप इंसुलिन की जरूरत पड़ती है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर नन्ही मोहनी का अब बेहतर इलाज चल रहा है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात के जरिए प्रदेश की जनता से रूबरू हो रहे हैं और इस दौरान जनता की समस्याओं का निराकरण भी कर रहे हैं।
इस दौरान ग्राम खैरी में मुख्यमंत्री बघेल द्वारा शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक और ग्रामीणों से उनकी समस्याओं और शिकायतों के संबंध में पूछताछ करते समय बात-चीत में कौशिक ने बताया कि उनकी 10 वर्षीय पुत्री को शुगर की बीमारी है। उसे नियमित रूप से इंसुलिन लेने की जरूरत पड़ती है।
उन्होंने बीमारी के इलाज में सहयोग की गुहार मुख्यमंत्री से लगाई थी। मुख्यमंत्री ने उन्हें बेहतर इलाज करवाने का भरोसा दिलाया था।
मुख्यमंत्री बघेल ने मोहनी की समस्या को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम को उचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं बेहतर इलाज के लिए निर्देश दिए।
तखतपुर आर.बी.एस.के. टीम द्वारा मोहनी को बिलासपुर जिला अस्पताल के जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (डी.ई.आई.सी.) रिफर किया गया।
जिला अस्पताल एवं डी.ई.आई.सी. टीम द्वारा अब मोहनी का बेहतर उपचार किया जा रहा है। साथ ही मोहनी और उसके परिवार को उचित परामर्श देते हुए इंसुलिन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।