बस्तर के धान खरीदी केंद्रों से धान उठाओ पर ,पहला अधिकार ,बस्तर के रईस मिलर्ष और बस्तर के मजदूरों का , बाहरी राइस मिलर्श से बस्तर के कोटे के धान उठाओ विभागीय तुगलकी आदेश हुआ, तो मुक्ति मोर्चा एवं जनता कांग्रेस जे करेगा विरोध प्रदर्शन – नवनीत चांद
बस्तर में संचालित राइस मिलर्स के माध्यम से ही,बस्तर में खरीदे गए धान के उठाओ एवं मिलिंग के अधिकार एवं संभाग के बाहरी राइस मिलर्स को बस्तर के धान के अतिरिक्त कोटे पर रोक की मांग को लेकर मुक्ति मोर्चा एवं जनता कांग्रेस जे के नेता नवनीत चांद के चांद के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने कलेक्टर से मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन – जनता कांग्रेस जे/मुक्ति मोर्चा
जगदलपुर। बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक एवं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के बस्तर जिला अध्यक्ष नवनीत चांद के नेतृत्व में मुक्ति मोर्चा व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के पदाधिकारियों ने बस्तर जिला कलेक्टर से मुलाकात कर बस्तर में संचालित उद्योगों के शोषण नीतियों पर रोक लगाने की 5सूत्रीय मांग करते हुए ,बस्तर में उत्पन्न एवं खरीदी किए गए धान पर बस्तर के राइस मिलर्स मीलिंग करने हेतु पहला अधिकार बता बस्तर संभाग के बाहरी राइस मिलर्स को बस्तर के धान उठाओ में से अतिरिक्त कोटा दिए जाने के तुगलकी आदेश पर रोक लगाने की मांग की गई।
बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य संयोजक एवं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के बस्तर जिला अध्यक्ष नवनीत चांद ने कहा कि ,राज्य की कांग्रेस की सरकार एवं बस्तर से उद्योग मंत्री होने के पश्चात भी बस्तर में उद्योग के नाम पर एक मात्र राइस मिलर्स के अधिकारों का शोषण जोरों पर चल रहा है बस्तर में 40 से अधिक राइस मिलर्स स्थापित है। जिनकी क्षमता बस्तर में खरीदे गए धान के मीनिंग के लिए पर्याप्त है।
परंतु एग्रीमेंट से पूर्व धान उठाओ का दबाव बना विपणन विभाग जबरन कमीशन के खेल के लिए बस्तर संभाग के बाहरी मिलर्स को बस्तर के मिलर्स के अधिकार के कोटे के धान को मीनिंग करने हेतु तुगलकी फरमान के रूप में दिया जा रहा है।विगत वर्ष भी ऐसे ही आदेश के फरमानों के तहत बस्तर की मिलर्स की क्षमता के पश्चात भी जबरन टाइम गारंटी के नियम को आड़ बना बस्तर संभाग के बाहरी राइस मिलर्स को बस्तर में उत्पन्न धान के कोटे को दिया गया जिसके लिए करोड़ों रुपए के अतिरिक्त भाड़े के रूप में भुगतान किया गया जिससे ना केवल सरकार को नुकसान हुआ बल्कि बस्तर के मिलर्स एवं मिलर्स पर निर्भर बस्तर के मजदूरों को भी उनके कार्य का नुकसान उठाना पड़ा विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी विपणन विभाग धान उठाओ की जल्दबाजी पर लगातार जोर देते हुए बस्तर के मिलर्स के कोटे के धान को बस्तर संभाग के बाहरी मिलर्स को देने का षड्यंत्र रच रहा है।
जबकि सरकार के द्वारा बस्तर में धान के उत्पादन की मात्रा लगातार बढ़ने के पश्चात भी विभाग के द्वारा भेजे जा रहे अतिरिक्त गोदाम के निर्माण पर उदासीनता बरतते हुए लगातार सीमित गोदाम मिलिंग के पश्चात चावल भर जाने को मुद्दा बना धान उठाओ हेतु बाहरी मिलर्स को बस्तर के कोटे के धान को उठाने का तुगलकी आदेश दिया जा रहा है।
बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे बस्तर के उद्योग मंत्री क्षेत्रीय विधायक जिला प्रशासन और जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों से अपील करता है कि बस्तर के उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बस्तर में उत्पन्न धान की खरीदी के पश्चात धान के उठाओ की जिम्मेदारी बस्तर के राइस मिलर्स को प्राथमिकता में दी जाए।
बस्तर के राइस मिलर्स की कस्टम मीनिंग की राशि को कैश डिमांड मान बस्तर के धान को उठाओ की अनुमति दी जाए यदि बस्तर के राइस मिलर्स के अधिकार एवं मजदूरों के श्रमिक अधिकार का शोषण जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों के द्वारा जबरन कमीशन के खेल पर किया गया तो आगामी 28 फरवरी को बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जिला कलेक्ट्रेट का घेराव कर इस महत्वपूर्ण मुद्दे के साथ साथ अन्य मुद्दों को लेकर भी प्रदर्शन कर जिम्मेदारों से सवाल करेगा।
इस दौरान बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारियों के रूप में ओम मरकाम कुंदन पाटील विवेक पांडे वन माली नाग, डोमनिक एंथोनी,किशन सरकार आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।