इलेक्ट्रिक व्हीकल लेने के पीछे सबसे बड़ा कारण इसकी कम रनिंग कॉस्ट होती है और लेने के बाद परेशान करने वाला सबसे बड़ा कारण भी इसकी रनिंग ही होती है।
आसान भाषा में कहें तो इलेक्ट्रिक व्हीकल की कम रेंज या एक्चुअल रेंज कई बार लोगों को निराश ही करती है।
फिर चाहे वो इलेक्ट्रिक कार हो या स्कूटर। लेकिन हम कुछ टिप्स को फॉलो कर इन व्हीकल्स की रेंज को आसानी से बढ़ा सकते हैं।
हालांकि इसके बाद भी ये रेंज वो नहीं होगी जो कंपनी टेस्टिंग के दौरान निकालती है और क्लेम करती है।
आइये आपको बताते हैं कि इलेक्ट्रिक स्कूटर या फिर मोटरसाइकिल यदि कम रेंज दे रही है तो उसकी रेंज को कैसे बढ़ाया जा सकता है।
कुछ आसान टिप्स को फॉलो कर हम इलेक्ट्रिक स्कूटर की रेंज को काफी बढ़ा सकते हैं। जो हमें सिंगल चार्ज में काफी ज्यादा माइलेज देगा।
कैसे बढ़ाएं स्कूटर की रेंज
- कार की तरह ही किसी भी टू व्हीलर का बेस टायर ही होते हैं। यानि टायर ही वो पार्ट होता है जो सड़क पर रोटेट कर आपको स्पीड देता है। ऐसे में यदि टायर में एयर प्रेशर सही नहीं होगा तो इसका फ्रिक्शन ज्यादा होगा और स्कूटर की मोटर को स्पीड गेन करने के लिए पावर ज्यादा चाहिए होगी। मोटर बैटरी को ज्यादा ड्रेन करेगी और आपके स्कूटर की रेंज कम हो जाएगी। टायरों में सही प्रेशर नहीं होने पर इलेक्ट्रिक टू व्हीलर कई बार 20 से 30 किमी। तक कम रेंज देता है।
- इलेक्ट्रिक स्कूटर सिटी राइड के लिए डिजाइन किए जाते हैं। इन्हें हाईस्पीड व्हीकल की तरह यदि आप इस्तेमाल करेंगे और अपनी स्पीड को 45 किमी। प्रति घंटे से ज्यादा रखेंगे तो ये बैटरी को तेजी से कंज्यूम करेगा। इसलिए इलेक्ट्रिक स्कूटर को पावर सेविंग मोड पर स्लो स्पीड में ही चलाना चाहिए।
- ई स्कूटर का इनिशियल पिकअप किसी कंबशन इंजन की तरह नहीं लेना चाहिए। इसकी रनिंग स्लो स्पीड में ही शुरू करनी चाहिए। अचानक एक्सिलरेट करने से मोटर तेजी से बैटरी ड्रेन करेगी।
- इलेक्ट्रिक स्कूटरों को यूनिक बनाने के लिए कंपनियां कई तरह के फीचर्स इनमें देती हैं। जैसे डे टाइम एलईडी रनिंग लाइट्स, ब्लूटूथ, नेविगेशन और भी बहुत कुछ। ये सभी फीचर्स बैटरी ऑपरेटेड होते हैं। साथ ही ये बैटरी को कंज्यूम भी तेजी से करते हैं। इसलिए जब आपको इनकी जरूरत न हो तो यूज न करें। इससे आपके स्कूटर की रेंज बढ़ेगी।