मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सेवाभावी स्वास्थ्य संस्थाओं में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिये दानदाताओं द्वारा दी जाने वाली सहयोग राशि के बराबर राज्य सरकार भी धनराशि उपलब्ध करायेगी।
इसके लिये विशेष नियम बनाए जायेंगे। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को ग्वालियर में आरोग्यधाम चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र के स्थापना दिवस एवं संस्थान की कैथ लेब और चिकित्सा वाहन सेवा के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार में हुए समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्य क्षेत्र सेवा प्रमुख प्रदीप खाण्डेकर ने की।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, आरोग्यधाम संस्थान में कैथ लेब की स्थापना के लिये 2 करोड़ की राशि दान में देने वाले एमडी इंटरटेन टेली प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मनीष सिंघल सहित आरोग्यधाम न्यास के अन्य पदाधिकारी मंचासीन थे।
जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य, इटावा विधायक श्रीमती सरिता भदौरिया सहित न्यास से जुड़े सेवाभावी सदस्य एवं नागरिक उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि तराणेकर स्मृति सेवा न्यास द्वारा संचालित आरोग्यधाम संस्थान वर्तमान युग में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिये संजीवनी है। उन्होंने कहा कि हृदय रोग के इलाज के लिये कैथ लैब शुरू कर इस न्यास ने पुण्य का काम किया है।
उन्होंने कहा कि सभी काम केवल सरकार नहीं कर सकती। सरकार और समाज का साझा कर्त्तव्य है कि आरोग्यधाम जैसे प्रकल्प खड़ा करने में अपना योगदान दें।
मनीष सिंघल ने आरोग्यधाम में कैथ लेब की स्थापना के लिये 2 करोड़ रूपए दान में देकर इस दिशा में सराहनीय कदम बढ़ाया है। सरकार ऐसे कामों में अपना भरपूर योगदान देगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आरोग्यधाम संस्थान समर्पण भाव से आर्थिक रूप से कमजोर एवं जरूरतमंद मरीजों की सेवा कर रहा है। उन्होंने आरोग्यधाम प्रकल्प खड़ा करने में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े अनिल ओक के योगदान को विशेष रूप से रेखांकित कर उनको धन्यवाद व्यक्त किया।
केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र बड़े व्यापक हैं। निजी एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग के बिना सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ मुहैया कराना अत्यंत मुश्किल होता है। निजी क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाएँ अधिक खर्चीली होती हैं।
इसलिए जब स्वयंसेवी संस्थाएँ इस दिशा में आगे आती हैं तो आरोग्यधाम जैसी संस्थाएँ बनती हैं, जो कम से कम शुल्क में जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने का काम करती हैं। उन्होंने कहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर एवं आरोग्यधाम जैसी संस्थाएँ संचालित कर समाज की सेवा की जा रही है।
तोमर ने कहा कि मनीष सिंघल जैसे दानदाताओं की मदद से सेवाभावी संस्थाएँ आगे बढ़ पाती हैं। उन्होंने आरोग्यधाम में कैथ लेब के रूप में नया आयाम जुड़ने की सभी को बधाई दी। साथ ही इस प्रकल्प को खड़ा करने में अनिल ओक द्वारा समर्पण भाव से किए गए काम का विशेष उल्लेख किया।
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आरोग्यधाम संस्थान समाज सेवा का उल्लेखनीय उदाहरण है। संस्थान नर सेवा से नारायण सेवा की अवधारणा को साकार कर रहा है। संस्थान जिस सेवाभाव से पिछले एक दशक से भी अधिक समय से न स्वास्थ्य सेवाएँ दूर-दराज के गाँव तक लोगों को प्रदान कर रहा है, वह अत्यंत सराहनीय है।
सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर में स्वास्थ्य, शिक्षा और अधो-संरचना के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। सरकार का प्रयास है कि ग्वालियर पूरे देश में अग्रणी शहर बने। सिंधिया ने भी दानदाता मनीष सिंघल और आरोग्यधाम संस्थान की स्थापना में योगदान देने वाले अनिल ओक के समर्पण भाव को सराहा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्य क्षेत्र सेवा प्रमुख प्रदीप खाण्डेकर ने कहा कि समाज के अंदर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ उचित शुल्क पर मिलनी चाहिए।
आरोग्यधाम द्वारा समर्पण भाव से यह काम किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सेवाभावी स्वास्थ्य संस्थाओं की मदद के लिये की गई घोषणा की सराहना की।
अतिथियों ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह का शुभारंभ किया। समापन राष्ट्रगीत वंदे-मातरम् के गायन से हुआ। संचालन न्यास के सदस्य मधुसूदन सिंह भदौरिया ने किया। सुरेश गुप्ता ने आभार माना।
कैथ लेब और वार्डों में पहुँचकर मरीजों से मिले
मुख्यमंत्री चौहान आरोग्यधाम चिकित्सालय भी पहुँचे। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री तोमर और सिंधिया, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर और मध्य क्षेत्र सेवा प्रमुख प्रदीप खाण्डेकर के साथ भगवान धनवंतरि की पूजा-अर्चना कर कैथ लेब का लोकार्पण कर जायजा भी लिया।
उन्होंने चिकित्सालय के वार्ड में मरीजों से चर्चा की और स्वास्थ्य सेवाओं को सराहा।