वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बजट पेश किया।
सरकार की तरफ से दावा किया गया कि इस बजट में हर क्षेत्र और तबके का ख्याल रखा गया है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय को पिछले साल की तुलना में बजट में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर घर जल पहुंचाने के लिए मंत्रालय समर्पित है। यही कारण है कि 3 करोड़ 30 लाख से अब 11 करोड़ घरों तक नल के जरिये जल पहुंच चुका है।
साल 2024 तक मिशन मोड में लक्ष्य प्राप्त करने के लिए जिस तरह धनराशि की आवश्यकता थी उस तर्ज पर हमें राशि प्राप्त हुई है। इसके लिए उन्होंने वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री का धन्यवाद भी किया।
साथ ही शेखावत ने बताया कि जल शक्ति मंत्रालय के जितने भी मेजर कंपोनेंट्स हैं जिनमें जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, नमामि गंगे परियोजना, अटल भूजल परियोजना शामिल है।
इन सभी परियोजनाओं में पिछले बजट की तुलना में अधिक राशि दी गई है। यह प्रधानमंत्री जी की जल को लेकर प्राथमिकता को दर्शाता है।
‘ERCP पर अटकी गहलोत सरकार की सुई’
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सुई ERCP परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने पर ही अटक गई है।
जबकि हमने राज्य सरकार को पत्र लिखा है कि इस परियोजना को इंटरलिंकेज ऑफ रिवर्स में रिवाइज्ड ईआरसीपी विद पार्वती कालीसिंध चंबल परियोजना से करने के लिए स्वीकृति दी जा चुकी है।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट की अपेक्स कमेटी के द्वारा भी स्वीकृति हासिल हो चुकी है और नेशनल पर्सपेक्टिव प्लान में स्वीकृत करके 5 प्रायोरिटी प्रोजेक्ट में ERCP को सम्मिलित किया जा चुका है, लेकिन राजस्थान की सरकार इसके लिए जो पात्रता है उनको अपने घर में पूरी नहीं करके प्रदेश कि गहलोत सरकार अपना दोष केंद्र सरकार पर डाल रही है।
केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को बताया जादूगर
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत निश्चित रूप से जादूगर हैं और उन्हें यह हुनर आता है।
इसीलिए वह दूसरों पर दोष देने का प्रयास हमेशा करते हैं। अब जिस तरह की परिस्थितियां राजस्थान और उनके घर में बनी है, ऐसे में अब प्रदेशवासियों के साथ ही उनके घर के लोगों ने भी उनके इस जादूगरी की अदाओं और कलाओं को पहचान लिया है।
13 में से 10 जिलों के लिए कोई प्रपोजल नहीं
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार ने ERCP के विषय में बातचीत करना इसलिए शुरू किया है, क्योंकि गहलोत सरकार ने रिवाइज्ड प्रपोज़ल बनाकर भेजा है।
मैं उन 13 जिलों के लोगों को बताना चाहता हूं कि गहलोत सरकार के रिवाइज्ड प्रपोजल में जयपुर, अजमेर, टोंक को छोड़ कर पूर्वी राजस्थान के 10 जिलों के निवासियों के लिए प्रदेश सरकार के इस प्रपोजल में कोई भी अंश नहीं है।
न पीने के पानी के लिए और ना ही सिंचाई के लिए और न इस योजना में इन 10 जिलों के लिए कोई हिस्सा गहलोत सरकार ने बचा कर रखा है।
जल शक्ति मंत्री के तौर पर मुझ पर आरोप लगाने वाली गहलोत सरकार इन 10 जिलों के बाशिंदों के साथ धोखा कर रही है। ऐसे में अब यहां के बाशिंदों को गंभीरता के साथ समझकर प्रश्न खड़ा करने की आवश्यकता है।