भगवान राम की वन लीलाओं पर चित्रकूट और बाल लीलाओं पर ओरछा में कॉरीडोर विकसित होंगे,बच्चों को पढ़ाया जाएगा गीता और रामायण का सार।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हम अपने बच्चों को रामायण भी पढ़ायेंगे और गीता एवं गीता का सार भी।
इन ग्रंथों का अध्ययन भारत भूमि पर नहीं होगा तो कहाँ होगा। भौतिकता की अग्नि से धधकती मानवता को शाश्वत शांति का दिग्दर्शन भारत ही कराएगा।
मुख्यमंत्री चौहान भेल दशहरा मैदान में श्रीराम कथा स्थल पर उपस्थित जन-समुदाय को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान, पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ पद्म विभूषण चित्रकूट तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करने भोजपाल महोत्सव मेला समिति द्वारा भेल दशहरा मैदान में आयोजित श्रीराम कथा स्थल पहुँचे।
मुख्यमंत्री चौहान ने भगवान श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण कर तिलक किया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि स्वामी रामभद्राचार्य जी ने युवाओं को शुद्ध करने का संदेश दिया है। प्रदेश में यह अभियान प्रभावशीलता के साथ जारी है। माता, बहन और बेटियों के साथ गलत व्यवहार करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही जारी है।
हमारी संस्कृति को भव्य स्वरूप प्रदान करने के उद्देश्य से ही श्रीमहाकाल महालोक कॉरीडोर विकसित किया गया है।
इसी क्रम में ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य जी की भव्य प्रतिमा स्थापित करने का कार्य जारी है। चित्रकूट में भगवान श्रीराम ग्यारह साल ग्यारह महीने ग्यारह दिन रहे।
अत: भगवान श्रीराम की वन लीलाओं के सजीव चित्रण पर कॉरीडोर विकसित किया जाएगा। ओरछा में भगवान श्रीराम की बाल लीलाओं का प्रदर्शन भी किया जाएगा। इससे आने वाली पीढ़ी को हमारी संस्कृति और मान्यताओं के संबंध में जानकारी प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना के बाद अब लाड़ली बहन योजना आरंभ की जा रही है।
इसमें गरीब बहनें सशक्त होंगी। राज्य सरकार नई शराब नीति से नशे को हतोत्साहित करने की दिशा में कार्य करेगी।
हम माँ, बहन और बेटी के सम्मान की सुरक्षा और उन्हें सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। राज्य सरकार द्वारा समाज सुधार की सभी गतिविधियों में हर संभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है।