भरतनाट्यम में दुर्ग की पलक उपाध्याय को मिला प्रथम पुरस्कार।
कत्थक के 15-40 आयु वर्ग में सरगुजा की सृष्टि भदौरिया और 40 प्लस आयु वर्ग में बेमेतरा के बंटी खत्री रही प्रथम।
राज्य युवा महोत्सव के आज दूसरे दिन दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम के संकल्प हाल में भारतीय शास्त्रीय नृत्य विधा के अन्तर्गत आज भरतनाट्यम और कत्थक नृत्य की फाइनल प्रतियोगिता अयोजित हुई।
हिन्दुस्तानी शास्त्रीय नृत्य कला में प्रतिभागियों ने मनमोहक प्रस्तुति से दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया।
भरतनाट्यम के 15 से 40 आयु वर्ग में दुर्ग की पलक उपाध्याय ने पहला स्थान प्राप्त किया, वहीं रायपुर की अभिनया द्वितीय और कांकेर की पूजा नाग तृतीय स्थान पर रही।
कत्थक नृत्य में 15 से 40 आयु वर्ग में सरगुजा की सृष्टि भदौरिया ने प्रथम स्थान, बिलासपुर की सृष्टि गर्ग ने द्वितीय और खैरागढ़ के सम्राट चैधरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कत्थक के ही 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की स्पर्धा में बेमेतरा के बंटी खत्री प्रथम और रायपुर की स्वीटी पगारिया द्वितीय स्थान पर रही।
भरतनाट्यम के निर्णायक मंडल में श्री लकी मोहंती, श्रीमती नीता राजेंद्र गहड़वाल और श्रीमती सुमी अजय शामिल रहे।
वहीं कत्थक नृत्य के निर्णायक मंडल में श्रीमती नीता राजेंद्र गहड़वाल, सुश्री वासंती वैष्णव और डॉ. राजश्री नामदेव शामिल रही।