कांग्रेस के सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) का समापन सोमवार को श्रीनगर के शेर-ए- कश्मीर स्टेडियम में होगा।
इस मौके पर कांग्रेस ने समान विचारधारा वाले 23 दलों को शामिल होने के लिए बुलावा भेजा है।
इन पार्टियों के रुख से लगता है कि कांग्रेस का विपक्षी दलों को एकजुट करने का सपना फिलहाल अधूरा रहने वाला है।
भारत जोड़ो यात्रा के समापन के मौके पर सुबह 9:30 बजे कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे।
सुबह 10 बजे भारत जोड़ो स्मारक का उद्घाटन किया जाएगा। इसके बाद 11:30 बजे एक रैली होगी, जिसमें कांग्रेस के शासन वाले सभी राज्यों के मुख्यमंत्री हिस्सा लेंगे।
बहरहाल राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के समापन के मौके पर होने वाली रैली में गैर-भाजपा दलों के वरिष्ठ नेताओं के शामिल न होने की बात को ज्यादा तवज्जो नहीं देने की कोशिश करते हुए रविवार को कहा कि यह कहना गलत है कि विपक्ष के बीच कोई एकता नहीं है या उनमें कोई मतभेद हैं।
राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा-आरएसएस के खिलाफ लड़ाई में सभी पार्टियां एकजुट हैं।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के समापन के मौके पर एक रैली में शामिल होने के लिए AAP, वाईएसआर कांग्रेस, बीजेडी, बीआरएस और एआईयूडीएफ को छोड़कर 23 विपक्षी दलों को आमंत्रित किया गया था।
हालांकि उनमें से लगभग आधी पार्टियां, जिनमें तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, माकपा, जद (यू) और जद (एस) शामिल हैं, रैली के लिए बड़े नेताओं को नहीं भेज रही हैं। जबकि कुछ पार्टियों ने अपने दूसर या तीसरे दर्जे के नेताओं को कांग्रेस की रैली में शामिल होने के लिए भेजा है।
कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि देश के कोने-कोने में इस यात्रा को लेकर चर्चा हो रही है। राहुल गांधी ने कहा था कि द्वेष को छोड़ हिंदुस्तान को जुड़ना चाहिए।
इस बात ने लोगों के दिल को छुआ है। भारत जोड़ने की यात्रा के समापन पर हमारी पार्टी ने सभी को न्योता दिया है।
जो लोग नरेंद्र मोदी के खिलाफ हैं, उन सभी को लामबंद होना चाहिए। ममता बनर्जी क्यों नहीं आ रही हैं, ये उनसे ही पूछा जाना चाहिए।