मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास और जनता की सेवा करना हमारी प्राथमिकता है। जनता के सुख में ही हमारा सुख है। जनता की प्राथमिकता ही शासन की प्राथमिकता है।
जन-कल्याण के लिए हम प्रयासरत है। मुख्यमंत्री चौहान आगामी माह में प्रदेश में होने वाली विकास यात्रा के संबंध में आज निवास कार्यालय से वर्चुअली राज्य मंत्रि-परिषद के सदस्यों, सांसद, विधायक, समस्त महापौर, नगर पालिका अध्यक्ष, पार्षगगण, जिला एवं जनपद पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य, सरपंच, उप सरपंच, पंच और कमिश्नर, कलेक्टर को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विकास और जन-कल्याण के कार्यों को जन-जन तक पहुँचाना विकास यात्रा का उद्देश्य है। विकास यात्राएँ प्रदेश के गाँव-गाँव और शहर के वार्डों में निकाली जाएंगी।
विकास यात्रा के माध्यम से विभिन्न योजनाएँ और उपलब्धियाँ जनता के बीच भलीभांति पहुँच सकें, इसकी आवश्यक तैयारी पहले से ही सुनिश्चित कर ली जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में गाँवों और कस्बों सहित विभिन्न शहरों में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। सिंचाई और नल-जल योजनाओं की भरपूर व्यवस्था की जा रही है।
प्रदेश में वर्तमान में 56 हजार करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजनाओं और 50 हजार करोड़ रुपये की लागत के सड़कों के कार्य चल रहे हैं। हर ग्राम पंचायत और नगरीय निकाय के विकास के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध कराई गई है, जिससे नगरीय निकाय औऱ पंचायत के प्रतिनिधि विकास और जन-कल्याण के कार्य बेहतर ढंग से कर सकें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि संत रविदास जयंती- 5 फरवरी को विकास यात्रा का शुभारंभ होगा। यात्रा 21 दिनों तक चलेगी जो 25 फरवरी तक जारी रहेगी। यात्रा में विकास पताका और विकास रथ भी रहेगा। प्रभारी मंत्री विकास यात्रा का संयोजन करेंगे। प्रभारी मंत्री अपने-अपने जिलों में जन-प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन से समन्वय कर यात्रा का रुट तय करेंगे। विकास यात्रा में विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया जाएगा, जिसकी जानकारी प्रचार-प्रसार के माध्यम से जनता तक पहुँचाई जाए। सीएम जनसेवा अभियान में हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए जाएँ। हितग्राही सम्मेलन कर विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को सभा में आमंत्रित किया जाएँ, जिसकी सूचना एक दिन पहले घर-घर पहुँचा दी जाए। विभिन्न योजनाओं के पात्र हितग्राहियों की सूची तैयार की जाए। बीमा योजनाओं के फार्म भरवाये जाये। अगर कोई बुजुर्ग या दिव्यांग व्यक्ति किसी योजना के लाभ से छूट गया है तो मानवीय आधार पर उसको संज्ञान में लिया जाए। यात्रा का उद्देश्य सेवा करना है। हितलाभ बाँटना है। आवास योजना के मकान पूर्ण हो गए हैं तो उनमें गृहप्रवेश भी कराया जाए। एक-एक हितग्राही और हितग्राही समूहों से चर्चा की जाएँ। कोई भी हितग्राही योजनाओं के लाभ से छूटना नहीं चाहिए। यात्रा संजीवनी और वरदान बन जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यात्रा के दौरान स्कूलों में बच्चों से संवाद किया जाये और छात्रावासों की व्यवस्था भी देखी जाए। कोविड से माता-पिता खो चुके बच्चों की सूची बनायी जाए। ऐसे बच्चों के लिए मासिक पेंशन, भोजन, वस्त्र आदि की व्यवस्था करेंगे। हम प्रदेश में किसी भी बच्चे को अनाथ नहीं रहने देंगे। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं के लाभ से हितग्राहियों की जिन्दगी में आये बदलाव की सफलता की कहानियाँ बनें। यात्रा में भजन मंडली, रामायण मंडली, नर्तक दल और शहर के विभिन्न कलाकारों को भी जोड़ा जाए। लोगों को जन्म दिवस पर पेड़ लगाने, स्वच्छता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया जाए। यात्रा के दौरान शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया जाए। संबंधित क्षेत्र के नोडल अधिकारी यात्रा को सुव्यस्थित बनाने में पूरा सहयोग करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विकास यात्रा कोई कर्मकांड नहीं बल्कि जनता की जिन्दगी बदलने का महाभियान है। इस महाभियान को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाएं। सभी संबंधित विकास और जन-कल्याण को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में पूरा सहयोग करें।