अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने दावा किया कि भारत चीन के आक्रामक कदमों के कारण चार देशों के समूह ‘क्वाड’ में शामिल हुआ।
पोम्पियो ने अपनी नई किताब ‘नेवर गिव एन इंच : फाइटिंग फॉर अमेरिका आई लव’ में यह बात कही है।
पोम्पियो ने भारत को क्वाड में ‘वाइल्ड कार्ड’ (अचानक प्रवेश करने वाला) बताया, क्योंकि वह समाजवाद की विचारधारा पर स्थापित राष्ट्र है और उसने शीत युद्ध में न तो अमेरिका और नहीं तत्कालीन यूएसएसआर का साथ दिया था।
पोम्पियो ने लिखा, इस देश (भारत) ने किसी भी वास्तविक गठबंधन प्रणाली के बिना अपना रास्ता खुद बनाया है और मोटे तौर पर अब भी ऐसा ही है, लेकिन चीन के कदमों के कारण भारत ने पिछले कुछ साल में अपना रणनीतिक रुख बदला है।
भारत को शामिल करने में सफल
पोम्पिओ ने बताया कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन किस प्रकार क्वाड समूह में भारत को शामिल करने में सफल रहा। अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया ने संसाधनों से संपन्न हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक व्यवहार से निपटने के लिए क्वाड का गठन किया था।
पोम्पिओ ने लिखा, चीन ने अपने ‘बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव’ के जरिये भारत के कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ निकट साझेदारी की। चीनी बलों ने जून 2020 में सीमा पर भारतीय जवानों की हत्या कर दी। उस घटना के कारण भारतीय जनता ने चीन के साथ अपने देश के संबंधों में बदलाव की मांग की। भारत ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए टिकटॉक और दर्जनों चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया।
अमेरिका-भारत करीब हुए
मुझसे कभी-कभी पूछा जाता था कि भारत चीन से दूर क्यों चला गया और मैं सीधे वही उत्तर देता हूं, जो मैंने भारतीय नेतृत्व से सुना, ‘क्या आप ऐसा नहीं करते?’ समय बदल रहा है और हमारे लिए कुछ नया करने की कोशिश करने और अमेरिका और भारत को पहले से कहीं अधिक करीब लाने का अवसर पैदा कर रहा है।