राजस्थान में बीते कुछ वर्षों से भ्रष्टाचार निरोधक व्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने भ्रष्टाचारियों पर लगाम कसी हुई है जिसका नतीजा यह रहा कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचारी खौफ में है।
साल के शुरुआत में हुए घूसखोरी कांड के खुलासे ने सबको सख्ते में डाल दिया है। 2 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने के मामले में निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल को कोर्ट से अभी कोई राहत मिलने के आसार नजर नहीं दिख रहें है।
मंगलवार को अजमेर में एसीबी कोर्ट के स्पेशल जज ने दिव्या मित्तल की जमानत याचिका खारिज कर दी है।
आपको बता दें कि 21 जनवरी को दिव्या मित्तल को एसीबी कोर्ट ने 3 फरवरी तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए थे। ऐसे में आरपीएस दिव्या को अजमेर जिला जेल में भेजा गया था। जेल में वह नंगे पैर खड़ी दिखीं।
इस बीच उनके वकील ने एसीबी कोर्ट में जमानत के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया था जिसमें बचाव पक्ष के वकील की ओर से तमाम तरह की दलीलें पेश की थी। जमानत प्रार्थना पत्र पर आरपीएस दिव्या मित्तल के वकील ने मामले में दिव्या को बेवजह फंसाने की बात भी की। वहीं, एसीबी की तरफ से वकील ने रिश्वत के मामले को गंभीर बताते हुए आरोपी दिव्या मित्तल के जमानत पर बाहर आने पर गवाहों और परिवादी को डराने धमकाकर केस प्रभावित करने की दलील पेश की। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने जमानत याचिका को खारिज कर दिया।
आपको बता दें कि 16 जनवरी को दिव्या मित्तल को एसीबी ने सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया था जिसके बाद उन्हें 6 दिन रिमांड पर लेकर 21 जनवरी को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दिव्या को 3 फरवरी तक जेल भेजने के आदेश दिए थे। गिरफ्तारी के बाद दिव्या मित्तल ने अपनी सफाई में कहा था कि, वह दवा माफिया की साजिश का शिकार हुई है। वहीं, केस में फरार बर्खास्त कांस्टेबल सुमित कुमार को अभी तक एसीबी गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
जेल से आई तस्वीर, नंगे पैर खड़े नजर आईं दिव्या
3 फरवरी तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेजी गई दिव्या की इसी बीच अजमेर जेल से एक फोटो सामने आया है, जिसमें निलंबित एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल जेल में महिला बंदियों के बीच नंगे पैर खड़े नजर आई। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर होने के बाद खूब वायरल हो रही है।